उन्होंने कहा कि कुकरैल को इस तरह से विकसित करना है कि इसमें पानी का बहाव निरंतर रहे। कुकरैल नदी में कई नहरों से पानी आता है, लेकिन इसमें नालों को जोड़ने के बाद अवैध कब्जे हुए तो यह नदी से नाले के स्वरूप में आ गई। कुकरैल नदी के सुंदरीकरण के लिए हुई बैठक में कमिश्नर ने कहा कि कुकरैल को नाले से फिर नदी के स्वरूप में वापस लाना है। कुकरैल किनारे से अतिक्रमण हटवाकर रिवर फ्रंट की तरह डिवेलप करना है।
कमिश्नर ने नगर आयुक्त को अवैध कब्जेदारों को चिह्नित कर उनकी सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कुकरैल किनारे अवैध कब्जे कर उसे नाले का स्वरूप देने वालों को जल्द हटाया जाएगा। नदी के आसपास बसे गरीब तबके के लोगों को विस्थापित किया जाएगा। इसके अलावा जिन लोगों ने कब्जा कर रखा है, उनके निर्माण तोड़े जाएंगे। अवैध कब्जेदारों को चिह्नित कर उनकी सूची तैयार है।