जोन पांच के अधिशासी अभियंता पीएस मिश्र को स्वयं नजूल अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने उनके क्षेत्र में कोल्ड स्टोरेज के निकट जमीन पर कब्जे की जानकारी दी। इसके अतिरिक्त अन्य अधिकारियों को फिनिक्स मॉल के पीछे और जानकीपुरम में कब्जे से संबंधित जानकारी दी गई। साथ ही कहा गया कि वे खुद जाकर मौका मुआयना करें और ऐसे लोगों को भूमाफियाओं की सूची में डालकर जल्द से जल्द प्रस्तुत करें।
इंजीनियरों की कार्य प्रणाली से खफा सचिव ने कहा कि आप लोगों को कोई सूचना तंत्र नहीं है। लेकिन जवाब के नाम पर कोई भूमाफिया नहीं है जवाब दे दिया जाता है। अगर ऐसा है तो आप लिखकर दें। बाद में उन्होंने कुछ नरमी बरतते हुए कम से कम दो नाम तो अवश्य लिखकर देने को कहा।
जानकारी के अनुसार, सोमवार को वीसी प्रभु एन. सिंह ने सूची सौंपी जानी है। यही नहीं, बीते सप्ताह के शुक्रवार तक इस सूची को एलडीए द्वारा जिला प्रशासन को दिया जाना था लेकिन लगभग 10 दिन गुजर जाने के बाद भी एलडीए अपने स्तर पर भी सूची तैयार नहीं कर पाया है। यही नहीं, शासन स्तर पर भूमाफियाओं को लेकर गंभीरता बरती जा रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
एलडीए के इंजीनियरों पर हमेशा से आरोप लगते रहे हैं कि वे अपने क्षेत्र में ऐसे लोगों को संरक्षण देते हैं। अवैध निर्माण के मामले में भी उन पर इस तरह के आरोप लगते रहे हैं। एलडीए के उच्चाधिकारियों के मन में भी इंजीनियरों की छवि ऐसी ही है। नाम न दिये जाने पर ये शक और गहराता जा रहा है।