मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कोरोना वायरस के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा करने के लिए अपने आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में उन्होंने लॉकडाउन खुलने और मास्क पर चर्चा की। उन्होंने लॉकडाउन के बाद भी संक्रमण के दायरे से बचे रहने के लिए मास्क पहनने की बात कही। मुख्यमंत्री के आदेश के अनुसार, इन मास्क का निर्माण खादी के कपड़े से होगा, जिसे आसानी से धोने के बाद दोबारा भी उपयोग किया जा सकता है। यह मास्क गरीबों कोमुफ्त में दिया जाएगा और अन्य लोगों के लिए इसे मामूली कीमत पर बेचा जाएगा। प्रदेश के हर नागरिक को दो-दो मास्क मिलेंगे।
लॉकडाउन खुलने का मतलब पूरी तरह से छूट नहीं यूपी सरकार 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन हटने की सूरत में कई बन्दिशें बरकरार रखेगी। इसका मकसद अफ़रातफ़री को रोकना व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का है।
स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे सरकार बेसिक व माध्यमिक स्कूल व कॉलेज आगे भी एक निश्चित अवधि तक बंद रखेगी, लेकिन टेक्निकल व व्यवसायिक कॉलेज खोले जाएंगे। लॉकडाउन खुलने पर सबसे पहले उन लोगों को तवज्जों दी जाएगी, जो कई दिनों से इधर उधर फंसे हुए हैं और घर नहीं जा पा रहे हैं। इसके लिए सीमित दायरे में परिवहन सेवा शुरू होगी।
मॉल रह सकते हैं बंद आमजन की सुविधा के लिए बाजार और मंडियों को खोल दिया जाएगा। लेकिन मॉल बंद रखे जा सकते हैं। मुख्यमंत्री का कहना है कि डीएम व एसपी पहले लॉकडाउन हटाने के बाद के हालात का आकलन अभी कर लें, जिससे बाद की आने वाली मुश्किलों से निपटा जा सके। सरकार का जोर 15 के बाद भी कही भी किसी रूप में भीड़ न लगने देने का है।
सोशल डिस्टेंसिंग पर करें अमल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर 15 अप्रैल से लॉकडाउन खुलता है तो हालात बहुत चुनौतीपूर्ण होंगे। सभी को इसका पूरा ख्याल रखना जरूरी है। ऐसे में जो जहां फंसा होगा, वहां से आने का प्रयास करेगा। इन हालातों में सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल कराना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। इसके लिए अभी से कार्ययोजना तैयार करें। स्कूल, कॉलेज, अलग-अलग तरह के बाजार और मॉल कब और कैसे खुलेंगे इसकी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश सीएम ने संबंधित अधिकारियों को दिए।