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लखनऊ

लखनऊ की ऐशबाग रामलीला में इस बार सिर्फ रावण का होगा दहन

-गोस्वामी तुलसीदास ने की थी स्थापना, 500 साल का टूटा इतिहास-मेघनाद और कुम्भकर्ण के पुतले नहीं फूंके जाएंगे

लखनऊOct 24, 2020 / 03:46 pm

Mahendra Pratap

लखनऊ की ऐशबाग रामलीला में इस बार सिर्फ रावण का होगा दहन

लखनऊ की ऐशबाग रामलीला में इस बार सिर्फ रावण का होगा दहन

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ. यूपी की राजधानी लखनऊ की ऐशबाग रामलीला में इस बार वर्ष 2020 में रविवार 25 अक्टूबर को सिर्फ रावण का ही पुतला फूंका जाएगा। अपने 500 वर्ष के इतिहास में यह पहली बार होगा जब रावण का भाई कुम्भकर्ण और दशानंद का पुत्र मेघनाद का पुतला रावण के साथ नहीं फूंका जाएगा। कोरोना संक्रमण की वजह से ऐशबाग की रामलीला में इस बार कई बदलाव देखने को मिलें और कई हो रहे हैं। इस बार रावण के पुतले की उंचाई भी कम होगी सिर्फ 71 फुट। रामलीला मैदान में केवल 200 लोग ही रावण वध और उसके दहन के गवाह बनेंगे। बाकी श्रद्धालुगण पूरे कार्यक्रम को वर्चुअल तरीके से देखेंगे। पिछले 12 दिन से ऐशबाग रामलीला का आनलाइन मंचन हो रहा है। बताया जाता है कि ऐशबाग रामलीला की स्थापना गोस्वामी तुलसीदास ने 15वीं शताब्दी में की थी। और वह दिन है आज का दिन हर वर्ष लखनऊ के ऐशबाग की रामलीला जोर शोर से मनाई जाती है। वर्ष 2016 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस राम लीला में शिरकत कर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया था।
निराश न हो आप भी देख सकेंगे रावण दहन :- ऐशबाग के प्रसिद्ध रामलीला गंगा-यमुनी तहजीब और संस्कृति की प्रतीक है। यूपी सहित पूरे देशभर में रविवार को दशहरा मनाया जा रहा है। और रावण दहन किया जाएगा। लखनऊ की ऐशबाग रामलीला में भी शाम 7:30 बजे रावण दहन का दहन होगा। पर इस बार बुराई के प्रतीक रावण का पुतला अकेले ही फूंका जाएगा। रावण के साथ जलने वाले मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले नहीं होंगे। पुतला दहन के दौरान आतिशबाजी ज़रूर होगी पर कोरोना संक्रमण को देखते हुए सिर्फ 200 आमंत्रित लोग ही इस पूरे कार्यक्रम को देख सकेंगे। पर जनता निराश न हो रावण दहन कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाएगा।
इस बार खप्पचियों का बना रावण :- ऐशबाग रामलीला में रावण के पुतले को बनाने का विशेष आयोजन होता है। प्लाईवुड की लकड़ियों से इस पुतले को बनाया जाता है। बाहर से कारीगर आते थे लेकिन इस बार औपचारिकताओं को निभाते हुए बांस की खप्पचियों पर पुतला बनाया जा रहा है। और महज औपचारिकताएं ही कि जाएंगी।
महामहिम राष्ट्रपति को आमंत्रित करना था :- समिति के सचिव ने बताया कि, पीएम मोदी के बाद इस बार अगर सब कुछ ठीक रहता तो महामहिम राष्ट्रपति को आमंत्रित करना का कार्यक्रम था। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार कोई भी वीआईपी नहीं होगा, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ही कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
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