लखनऊ में हुआ अनामिका का जन्म
अनामिका का जन्म लखनऊ में हुआ है। हालांकि उनका पैतृक निवास रानीखेत (उत्तराखंड) में हैं लेकिन नौकरी की वजह से उनके पिता लंबे समय तक लखनऊ में रहे। लखनऊ के आर्मी पब्लिक स्कूल और बाद में आईएचएम-भोपाल से उन्होंने पढ़ाई की है। फिलहाल अनामिका गोमतीनगर में योग सिखाती हैं। अनामिका के अनुसार फिल्म के प्रोड्यूसर अशोक महापात्रा उनके पारिवारिक मित्र हैं। वह अशोक और फिल्म निर्देशक सुशांत मिश्रा की लोकेशन देखने में मदद कर रही थीं। चूंकि दोनों को फिल्म के लिए एक नए चेहरे की तलाश थी इसलिए दोनों ने अनामिका को ही फिल्म की हीरोइन चुन लिया। फिल्म की शूटिंग रानीखेत के पास तल्ला रामगढ़ में हुई है। अनामिका कहती हैं कि उन्होंने इससे पहले कभी एक्टिंग नहीं की है। स्कूल के दिनों में थोड़ा बहुत थिएटर किया था लेकिन एक्टिंग का कोई कोर्स कभी नहीं किया। अनामिका की फिल्म गोवा फिल्म फेस्टिवल के साथ-साथ देश-विदेश के कई फेस्टिवल में दिखाई गई। उनको अब बस ऑस्कर का इंतजार है।
बयां नहीं कर सकतीं खुशी
जोसेफ: बॉर्न इन ग्रेस से फिल्मी दुनिया में कदम रखने वाली आनामिका के अनुसार वह बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि इतने बड़े अवार्ड के लिये मेरी फिल्म को शामिल किया जाना किसी उपलब्धी से कम नही है। मैं अपनी खुशी शब्दों में बयां नहीं कर पा रही हूं। ऐसा लगता है कि सपना सच हो गया है। मुझे उम्मीद है कि इस फिल्म को ऑस्कर में सम्मान जरूर मिलेगा।
यह है फिल्म की कहानी
फिल्म ‘जोसफ बोर्न इन ग्रेस’ की कहानी एक ऐसे बच्चे के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे उसकी मां जंगल में छोड़ देती है। बच्चे का नाम जोसफ है, उसे चर्च के फादर ओहारा गोद लेते हैं। बच्चे की देखभाल मोलाराम करते हैं। बच्चा बड़ा होने पर पढ़ाई के लिए देहरादून जाता है। वहां कुकिंग की ट्रेनिंग लेता है, लेकिन इसी बीच उसे नशे की लत लग जाती है। फादर ओहारा बच्चे को अपने दोस्त के घर भेज देते हैं, ताकि वो नशे की लत से दूर हो सके। फिल्म की शूटिंग अवकाश प्राप्त कर्नल गोस्वामी के बगीचे में भी की गई है, जो कि पाखुड़ा में है। फिल्म में विक्टर बनर्जी, सुब्रत दत्ता, सुधीर पाल्सने और दर्शन जुयाल मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म के निर्माता अशोक महापात्र हैं, जबकि निर्देशन सुशांत मिश्रा ने किया है। अनामिका फिल्म में डोना का किरदार निभा रही हैं और सुब्रत दत्ता जोजेफ का। दोनों बचपन के दोस्त हैं और एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं। लेकिन सुब्रत को शराब पीने की लत है जिसकी वजह से वह सबकी नजरों से गिर जाता है लेकिन जब उसे अहसास होता है तो वह खुद ही अपनी हालत में सुधार भी करता है। फिल्म में विक्टर बैनर्जी फादर ओ हारा की भूमिका में हैं।