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लखनऊ

मायावती ने यूपी बसपा अध्यक्ष पद से मुस्लिम को हटाकर इन पर लगाया दांव

– यूपी बीएसपी नए अध्यक्ष भीम राजभर कौन हैं?

लखनऊNov 16, 2020 / 04:40 pm

Mahendra Pratap

मायावती ने यूपी बसपा अध्यक्ष पद से मुस्लिम को हटाकर इन पर लगाया दांव

मायावती ने यूपी बसपा अध्यक्ष पद से मुस्लिम को हटाकर इन पर लगाया दांव

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

लखनऊ. उत्तर प्रदेश बहुजन समाज पार्टी का नेतृत्व बदल गया है। अब मुनकाद अली को इस जिम्मेदारी से मुक्त कर उत्तर प्रदेश बहुजन समाज पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को बनाया गया है। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए मायावती नए सिरे से तैयारियों में जुटी हुईं हैं। नई रणनीतियों पर काम चल रहा है। यह बदलाव इसी नई रणनीति का हिस्सा है। इस वक्त मुस्लिम समाज मायावती को संशय की निगाहों से देख रहा है। कई मामलों में बसपा सुप्रीमो का भाजपा के प्रति नरम रुख मुस्लिम समाज को हजम नहीं हो पा रहा है। वहीं मुनकाद अली प्रदेश अध्यक्ष रहते हुई मुस्लिम वोटरों को बसपा के पक्ष में बनाए रखने में असफल दिख रहे हैं। और उस पर बसपा के मुस्लिम विधायकों का बसपा से विरोध, उनकी असफलता सीरिज की नई कड़ी थी। अगर दूसरी तरफ देखे तो पूर्वांचल के पांच जिलों में राजभर समुदाय किसी भी उम्मीदवार को जीत दिलाने की कुव्वत रखते हैं। इसलिए बसपा सुप्रीमो मायावती का अचानक भीम राजभर पर इतना विश्वास बढ़ गया और उनको बसपा का यूपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। भीम राजभर कौन है जानते हैं:-
बसपा पार्टी में फेरबदल शुरू :- यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए सभी पार्टियां अपनी तैयारियां कर रही हैं। बहुजन समाज पार्टी ने भी अपने कील कांटे तैयार कर लिए हैं। पार्टी में फेरबदल शुरू हो गया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने पिछड़ा वर्ग से आने वाले भीम राजभर को यूपी का अध्यक्ष बनाया है। आजमगढ़ मंडल के जोनल कोआर्डिनेटर की जिम्मेदारी संभाल रहे भीम राजभर मऊ के रहने वाले हैं। भीम राजभर ने विधानसभा चुनाव 2012 में बसपा के टिकट पर चुनाव बाहुबली मुख्तार अंसारी को कड़ी टक्कर दी थी।
मुख्तार अंसारी के पसीने छुड़ा दिए :- यह बसपा के लिए कठिन दौर था, उसी समय बसपा में रहे बाहुबली अंसारी बंधु मुख्तार व अफजाल ने बगावत कर कौमी एकता दल का गठन किया था। इससे पूर्वांचल की राजनीति काफी प्रभावित हुई थी। मुख्तार अंसारी ने अपने दल से चुनाव लड़ा और बसपा के प्रत्याशी भीम राजभर को 5,904 वोटों से मात दी थी। इस सीट पर मुस्लिमों के निर्णायक होने के बावजूद अच्छी लड़ाई लड़ी थी।
मऊ में जन्म महाराष्ट्र में पढ़ाई :- मऊ जनपद के कोपगंज ब्लॉक के मोहम्मदपुर बाबूपुर गांव में भीम राजभर का जन्म 3 सितंबर 1968 को हुआ था। भीम राजभर की प्राथमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश में नहीं महाराष्ट्र राज्य में हुई थी। संतरे के लिए दुनिया में मशहूर नागपुर में सेकेंड्री शिक्षा हुई थी। वर्ष 1985 में ग्रेजुएशन किया। वर्ष 1987 में परास्नातक किया। उसके बाद एलएलबी कर भीम राजभर ने एक वकील के तौर पर अपना कैरियर शुरू किया। साथ अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बसपा का हाथ थाम लिया। और वर्ष 1985 से अपना राजनीतिक कैरियर शुरू किया। पिता रामबली राजभर कोल्ड फील्ड में सिक्योरिटी इंचार्ज के पद पर कार्यरत थे।
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