एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि, आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायन सिंह और चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में मौका ढूंढ रहे थे इसलिए गोरखपुर आए थे। पर सटीक सूचना के आधार पर बांसगांव इंस्पेक्टर राणा देवेन्द्र सिंह ने देवरिया बाइपास मोड़ से दोनों को गिरफ्तार कर लिया। बाकी चार अन्य आरोपी पुलिसवालों की तलाश जारी है। इस मामले में आरोपित एक अन्य एसआई विजय यादव ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में सरेंडर की अर्जी डाली है।
पत्नी ने दर्ज कराया हत्या का मुकदमा :- कानपुर के बर्रा निवासी प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता 27 सितंबर को गोरखपुर आए थे। रामगढ़ ताल इलाके के कृष्णा पैलेस होटल में रुके थे। होटल के कमरे में चेकिंग करने पहुंचे पुलिसवालों की पिटाई से मनीष की मौत हो गई थी। मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने पुलिसवालों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
जेल के नेहरु बैरक में कैद :- सतर्कता बरतते हुए पुलिस ने रामगढ़ताल थाने पर ही इंस्पेक्टर जेएन सिंह और एसआई अक्षय मिश्र का मेडिकल करवाया।। कोर्ट के आदेश के बाद दोनों आरोपियों को देर रात करीब एक बजे जेल लाया गया, जहां नेहरु बैरक में रखा गया है।
अपनी बात पर अडिग हैं दोनों आरोपी :- बताया जा रहा है कि, दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई पर इंस्पेक्टर जेएन सिंह और चौकी इंचार्ज रहे अक्षय मिश्रा ने कहाकि मनीष गुप्ता ने ज्यादा पी रखी थी। नशे की हालत में ही उसे चोट आई और अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
कोर्ट में सरेंडर की फिराक में थे दोनों आरोपी :- गोरखपुर एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहाकि, इंस्पेक्टर जेएन सिंह और एसआई अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों कोर्ट में सरेंडर की फिराक में थे। दोनों को एसआईटी को सौंप दिया गया है। आगे की कार्रवाई एसआईटी करेगी।