कृष्ण जन्मभूमि पर याचिका दोबारा दायर करने पर एआईएमआईएम चीफ असदउद्दीन औवैसी ने सवाल उठाया कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ और शाही ईदगाह ट्रस्ट के बीच विवाद का जब वर्ष 1968 में फैसला हो गया था तो इसे फिर से दोबारा जीवित करने की क्या जरूरत है? एआईएमआईएम चीफ असदउद्दीन औवैसी ने कहाकि, प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 के मुताबिक, किसी भी पूजा के स्थल के परिवर्तन पर मनाही है, ऐसा नहीं किया जा सकता।
मथुरा के एक सिविल कोर्ट में कृष्ण जन्मभूमि को लेकर दोबारा याचिका दी गई है। इस सिविल सूट को वकील विष्णु जैन ने दाखिल किया है।
अब मथुरा, काशी की है बारी : विनय कटियार अयोध्या में भाजपा के फायर ब्रांड नेता विनय कटियार ने कहाकि, जिसने भी याचिका दायर की है उसने अच्छा काम किया है। मथुरा में विराजमान श्रीकृष्ण के पक्ष में दाखिल याचिका एक सराहनीय कदम है। विनय कटियार ने कहा कि जहां कृष्ण का जन्म हुआ उस गर्भगृह पर मस्जिद है, रास्ता कृष्ण जन्मभूमि से होकर जाता है जिस पर दूसरे संप्रदाय के लोगों ने बलपूर्वक कब्जा किया है। दूसरा पक्ष जिसे ईदगाह बोलता है वो हिंदुओं का है, जिसको हिंदू पक्ष जीत चुके हैं। बिना किसी आंदोलन के प्रशासन नहीं जगेगा। अभी अंदर का हिस्से की लड़ाई बाकी है, ये कब्जे की लड़ाई है।विनय कटियार ने आगे कहा कब्जे की लड़ाई अदालत में लड़ी जाए या आंदोलन किया जाए। जो भी जरूरी होगा वही करेंगे। इसके लिए आंदोलन खड़ा करना होगा। भाजपा राजनीतिक रूप से काम करेगी। विश्व हिंदू परिषद भी सहयोग करेगी। विनय कटियार आंदोलन के लिए तैयार हैं। तीन स्थान की मुक्ति की बात कहीं थी मथुरा, काशी, अयोध्या। अयोध्या जीत गए, मथुरा और काशी के लिए पहले किस पर काम करना चाहिए, विचार करेंगे।
चंद लोग मामले को बढ़ा रहे हैं : अंसारी बाबरी के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहाकि, हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करने वाले लोग इस मामले को बढ़ा रहे हैं। हिंदू और मुसलमान का विवाद हम नहीं चाहते हैं। चंद लोग ऐसे हैं जो मंदिर और मस्जिद के विवाद को चाहते हैं जिससे उनकी रोजी-रोटी चलती रहे। इकबाल ने कहा कि जिस दिन हिंदू और मुसलमान का विवाद हमारे देश में नहीं रहेगा तो दुनिया में हिंदुस्तान का नाम शिखर पर होगा। बाबरी मस्जिद का मामला 50 साल कोर्ट में रहा। अब मथुरा और काशी की बात लोग करने लगे हैं। ये लोग हिंदू और मुसलमान को आपस में लड़ाना चाहते हैं, इन लोगों को ये नहीं मालूम कि हिंदुस्तान की तरक्की ये लोग रोक रहे हैं। जात और धर्म की राजनीति करने वाले लोग कम से कम देश के बारे में भी सोचें। हिंदू और मुसलमान का विवाद खत्म करें सब को भगवान के पास जाना है।