महापौर ने सर्वप्रथम चरक चौराहे स्थित पाटा नाले का निरीक्षण किया। महापौर ने वहां पर नाले एकत्रित कुड़े को देखकर नाराज़गी व्यक्त की।
महापौर ने नगर अभियन्ता से पूछा कि नाले की पूरी तरह से सफाई कब हुई थी? इसपर नगर अभियंता उचित जवाब न दे सके।
लखनऊ मेयर सुषमा खर्कवाल के पुराने लखनऊ में निरीक्षण के पश्चात चौक पार्षद अनुराग मिश्रा ने बड़ी काली जी मंदिर के पास दहला कुआं में खुद उतरकर मेयर को नाला सफ़ाई की हकीकत दिखा दी।
महापौर ने नाले सफाई का विवरण वाला पत्रक दिखाते हुए नगर अभियन्ता को बताया कि आपके अनुसार 20 मई को नाले की पूर्ण सफाई हो चुकी है, लेकिन वास्तविक स्थिति एकदम उलट है।
पाटानाला के पास नाले की गंदगी व सरकटे नाले स्थित मदरसा के पास लगे कूड़े के ढेर से भी मेयर को अवगत कराया।
महापौर ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि नाले की सफाई दोबारा कराई जाए एवं सिल्ट को हटाने के लिए उचित कार्यवाही की जाए। साथ ही सफाई का कार्य पूर्ण होने तक ठेकेदार का भुगतान रोक दिया जाए।
महापौर ने नगर आयुक्त को सभी नालों का ले आउट भी उपलब्ध कराने का भी आदेश दिया।
Ritesh Singh
रितेश सिंह पत्रिका डिजिटल टीम की ग्राउंड टीम की सदस्य हैं। यूपी की राजधानी लखनऊ से नियमित राजनीति, क्राइम, वुमेन से जुड़े विषयों की रिपोर्टिंग कर रही हैं।