स्वागत कार्यक्रम के सीएम मेट्रो प्रदर्शनी का शुभारम्भ और अवलोकन करेंगे। माननीय मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा उत्कृष्टता केंद्र में स्थित नवनिर्मित सभागार में ‘लखनऊ दिवस‘ का शुभारम्भ किया जाएगा। मेट्रो परिचालन और मेट्रो परियोजना से जुड़े सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों को एमडी गोल्ड और एमडी सिल्वर मेडल्स से सम्मानित किया जाएगा। साथ ही, सर्वश्रेष्ठ अनुरक्षित मेट्रो स्टेशन को पुरस्कृत किया जाएगा। इसकेबाद मेट्रो के शुभंकर (डेंबवज) का लोकार्पण किया जाएगा और मेट्रो ऐप लॉन्च किया जाएगा।
लखनऊ दिवस के मौक़े पर मेट्रो प्रदर्शनी को जन-साधारण हेतु भी अपराह्न 12 बजे से शाम 6 बजे तक खोला जाएगा, जहां पर लखनऊवासी लखनऊ मेट्रो की अभी तक की यात्रा और उपलब्धियों से परिचित होंगे। लखनऊ दिवस के सुअवसर पर ट्रांसपोर्ट नगर और चारबाग मेट्रो स्टेशनों पर शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थी रंगोली तथा मेट्रो के विभिन्न मॉडलों के माध्यम से अपनी कला का जौहर बिखरेंगे। इतना ही नहीं, पहली बार लखनऊ मेट्र के इनहाउस म्यूजिकल बैंड द्वारा विशेष प्रस्तुति भी दी जाएगी।
एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया, ‘‘पहले ही वर्ष में लखनऊ मेट्रो ने 34.5 लाख यात्रियों को अपने साथ जोड़ा। गौरतलब है कि यह आंकड़ा, लखनऊ की कुल आबादी से भी अधिक है। ऑपरेशन के पहले वर्ष में लखनऊ मेट्रो ने ‘जीरो एक्सिडेंट‘ का उद्देश्य भी सफलतापूर्वक हासिल किया।‘‘ परिचालन के अपने पहले साल में ही लखनऊ मेट्रो ने 6.8 लाख किलोमीटर की यात्रा की, जो धरती के 17 चक्करों के बराबर है। 42 एकड़ में फैला ट्रांसपोर्ट नगर डिपो, सबसे तेजी से (15 महीने) पूरा होने वाला मेट्रो डिपो है। पूरी दुनिया में पहली बार लखनऊ मेट्रो में ही ओवरहेट उपकरणों की निगरानी के लिए कैमरे का इस्तेमाल हुआ। पूरे भारत में लकनऊ मेट्रो में ही सर्वाधिक ऐडवरटाइजिंग पैनल्स लगाए गए हैं। यात्रा के दौरान मेट्रो ट्रेन की सीसीटीवी ईमेज लगातार कंट्रोल सेंटर के पास पहुंचती हैं।
एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया, ‘‘पहले ही वर्ष में लखनऊ मेट्रो ने 34.5 लाख यात्रियों को अपने साथ जोड़ा। गौरतलब है कि यह आंकड़ा, लखनऊ की कुल आबादी से भी अधिक है। ऑपरेशन के पहले वर्ष में लखनऊ मेट्रो ने ‘जीरो एक्सिडेंट‘ का उद्देश्य भी सफलतापूर्वक हासिल किया।‘‘ परिचालन के अपने पहले साल में ही लखनऊ मेट्रो ने 6.8 लाख किलोमीटर की यात्रा की, जो धरती के 17 चक्करों के बराबर है। 42 एकड़ में फैला ट्रांसपोर्ट नगर डिपो, सबसे तेजी से (15 महीने) पूरा होने वाला मेट्रो डिपो है। पूरी दुनिया में पहली बार लखनऊ मेट्रो में ही ओवरहेट उपकरणों की निगरानी के लिए कैमरे का इस्तेमाल हुआ। पूरे भारत में लकनऊ मेट्रो में ही सर्वाधिक ऐडवरटाइजिंग पैनल्स लगाए गए हैं। यात्रा के दौरान मेट्रो ट्रेन की सीसीटीवी ईमेज लगातार कंट्रोल सेंटर के पास पहुंचती हैं।