मेरे बहुत पूछने पर भी सही कारण नहीं बताया और कहा कि यहां अब दुबारा दुकान खुलनी नहीं चाहिए। उन्होंने बताया कि गुणवत्ता और प्रतिबद्धता के लिए पूरी दुनिया में वाहिद बिरयानी जानी जाती हैं तथा इसकी पहचान मुगलई कुजीन के रूप में विश्व विख्यात है। देश दुनिया के लोग लखनऊ आ कर वाहिद बिरयानी का स्वाद उठाते हैं और हमें आईएसओ सर्टिफिकेट भी प्राप्त है।
योगी राज में मुसलमान होने के नाते उत्पीड़ित होने की बात कहते हुए आबिद अली ने कहा कि हमारी दुकान पर बड़े सलीके से भोजन परोसा और पैक किया जाता है और किसी भी प्रकार का नशा इत्यादि नहीं करने दिया जाता है एवं वाहिद बिरयानी को लेकर किसी ने भी शिकायत दर्ज नहीं की है फिर भी थानेदार दुकान खुलने नहीं दे रहे हैं। मैं पूरी दुनिया में उत्तर प्रदेश का नाम फैला रहा हूं और मेरे जन्म स्थान पर ही मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार बनते ही कुछ लोग मुझ पर दुकान बंद करने का दबाव बना रहे थे परंतु तब आस पास के लोगों ने लिख कर दिया तब वे लोग शांत हो गए थे। कुरैशी ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि थानेदार ने पास में मंदिर होने की बात करते हुए मेरी दुकान बंद करवा दी है जबकि पिछले आठ सालों से किसी ने कोई भी शिकायत नहीं की है और यदि किसी कानून में मंदिर के पास नानवेज की दुकान चलाना अवैध है या मंदिर के पास और दुकानें नहीं चल रही है तो मैं स्वेच्छा से अपनी दुकान बंद कर लूंगा।
उन्होंने कहा कि थानाध्यक्ष ने कहा कि मैं मांसाहार नहीं करता हूं इसलिए मेरे क्षेत्र में नानवेज की दुकान नहीं चल सकती है। कुरैशी ने कहा कि उनकी दुकान सेल्स टैक्स से लेकर सभी तरह के टैक्स देती है और बंगला बाजार दुकान का भी मालिक मकान से बकायदा एग्रीमेंट करवा रखा है। मामला ना सुलझ पाने पर केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करने की बात करते हुए आबिद अली कुरैशी ने कहा कि वाहिद बिरयानी को देश विदेश में तमाम पुरस्कारों और सम्मानों से नवाजा गया है बड़े बड़े आला हजरात हमें सर पर बैठाते हैं और यूपी में ये हालत है कि हमारे साथ अपराधियों जैसा सलूक किया जा रहा है।