लखनऊ. समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को प्रदेश के 75 जिलों की सभी 350 तहसील मुख्यालयों पर जबरदस्त प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का मुद्दा जिला पंचायत अध्यक्ष एवं ब्लॉक प्रमुख चुनाव में धांधली, किसानों को उपज का न्यूनतम मूल्य दिलाने, गन्ने का बकाया भुगतान, महंगाई रोकने, रोजगार दिलाने आदि की मांग थी। यूपी विधानसभा चुनाव करीब है इसलिए सपा अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के उत्साह को बढ़ाने के लिए योगी सरकार पर हमला बोली रही है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम गोपाल यादव प्रदेशव्यापी प्रदर्शन पर लगातार नज़र बनाए हुए थे।
यूपी में भाजपा शासनकाल में चल रही है जंगलराज की अराजकता : मायावती चुनाव में भाजपा ने प्रशासन का किया इस्तेमाल :- समाजवादी पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष एवं ब्लॉक प्रमुख चुनाव में योगी सरकार पर धांधली का आरोप लगाया और कहाकि, इन चुनाव में भाजपा ने प्रशासन का इस्तेमाल किया था। गुरुवार को सपाइयों ने जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। राजधानी लखनऊ सहित सूबे में कई जगहों पर सपाइयों की पुलिसकर्मियों से झड़प भी हुई।
16 सूत्री मांगों वाला ज्ञापन सौंपा :- बाराबंकी, रामसनेहीघाट, अमेठी, लखीमपुर, गोंडा सहित कई शहरों में सपा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। बहराइच में सपाई नजरबंद किए गए। सपाइयों के प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने सभी प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग की। सीतापुर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय से धक्का-मुक्की की गई। इसके बाद हर जिलें में समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे नेताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित 16 सूत्री मांगों वाले ज्ञापन प्रशासन को सौंपा।