प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रैल को देशवासियों से रविवार रात ठीक नौ बजे नौ मिनट के लिए घरों की बिजली बंद कर दीये और अन्य तरह से रोशनी करने का आह्वान किया है। जिसके बाद से यह आशंका बलवती हुई कहीं अचानक मांग की कमी की वजह से ग्रिड न फेल हो जाए। उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रिड फेल होने की आशंकाओं को आज खारिज कर दिया है।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने शनिवार को कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं कि रविवार रात नौ बजे नौ मिनट के लिए घरों की ट्यूबलाइट और बल्ब बंद करने से ग्रिड फेल हो जाएगा। उन्होंने कहा, सेंट्रल लोड डिस्पैच सेंटर यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसी भी राज्य की ग्रिड पर कोई संकट ना हो। उत्तर प्रदेश में हमारे इंजीनियर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कहीं किसी तरह की कोई कठिनाई न आए। उसके लिए हमने रोडमैप तैयार किया है।
श्रीकांत ने कहा, हम अपील करते हैं कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर आप सभी लोग रविवार रात अपने घरों में नौ मिनट के लिए ट्यूब लाइट और बल्ब बंद कर एकजुटता का परिचय दें और कोरोना वायरस रूपी राक्षस को हम प्रकाश से चुनौती देकर परास्त करें।
ऊर्जा विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रविवार रात नौ बजे कुछ देर के लिए ट्यूबलाइट और रोशनी देने वाले अन्य उपकरण बंद किए जाने से लगभग 3000 मेगावाट बिजली की खपत अचानक कम होगी। मगर यह कोई चिंता की बात नहीं है।