लखनऊ शहर का विस्तार लगातार बढ़ रहा है। इस विस्तार की वजह से 75 ग्राम पंचायतें पूरी तरह से नगर निगम और नगर पंचायत की सीमा में आ गई थी। पर चार पंचायतें आंशिक रूप से शहरी सीमा में शामिल हुई। बचे हुआ राजस्व गांव में सरोजनीनगर की कमलापुर, समदाखेड़ा और मोहनलालगंज ब्लाक की इंद्रजीतखेड़ा और डलौना अधर में अटक गए।
गुम हो गई एक ग्राम पंचायत :- मोहनलालगंज ब्लाक की इंद्रजीतखेड़ा पंचायत अब अतीत का हिस्सा बन गई है। अब इसकी सिर्फ बातें ही होंगी। पुनर्गठन में इंद्रजीतखेड़ा ग्राम पंचायत खत्म हो गई है। क्योंकि इंद्रजीतखेड़ा की जनसंख्या मात्र 632 थी।
इंद्रजीतखेड़ा, रायभान खेड़ा का हिस्सा :- डीपीआरओ निरीश चन्द्र साहू ने बताया कि पुनर्गठन में इसे बगल की पंचायत रायभानखेड़ा से जोड़ दिया गया है। अब इंद्रजीतखेड़ा, रायभान खेड़ा का हिस्सा बन गया है। जबकि अन्य तीनों राजस्व गांव कमलापुर, समदाखेड़ा और डलौना की जनसंख्या एक हजार से अधिक होने के कारण इनका अस्तित्व बच गया है। डीपीआरओ न बताया कि पुनर्गठन का प्रस्ताव पंचायती राज विभाग को भेज दिया गया है। इस तरह से शहरी सीमा में कुल 75 ग्राम पंचायतें शामिल हुई हैं।