कोरोना वायरस की वजह से मौत के मुंह में जाने वाला बस्ती का युवक जहां सबसे कम उम्र का मृतक साबित हुआ, वहीं अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदेश के सबसे कम उम्र के बच्चे में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। लखनऊ में कनाडा से लौटी महिला डाक्टर 11 मार्च को लखनऊ की पहली पॉजिटिव थी। वह अब स्वस्थ होकर अपने घर पर है। पर उनके सास, ससुर के बाद अब उनका दो वर्ष का बच्चा कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया।
सास, ससुर का इलाज कमांड हॉस्पिटल में चल रहा है। परिवार के अन्य सात लोग सिविल अस्पताल में आइसोलेट किए गए। इसमें महिला के ढाई वर्षीय बच्चे में कोरोना पॉजिटिव मिला। अब इस बच्चे को केजीएमयू में भर्ती किया जाएगा। उसको शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। इस दो वर्ष के बच्चे की कनाडा से लौटी डॉक्टर मां कुछ दिन पहले ही डिस्चार्ज हुई थीं। अब उनको एक बार फिर बच्चे के साथ किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में शिफ्ट किया गया है। बच्चे को सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था। अब उसे सीएमओ ने सिविल अस्पताल से केजीएमयू रेफर कर दिया है।
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की लैब ने सोमवार को 18 और लोगों में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की है। इनमें छह लखनऊ, आठ सीतापुर, दो आगरा तथा एक-एक प्रयागराज व कौशांबी के हैं। स्वास्थ्य विभाग ने रविवार तक जो आंकड़ा जारी किया था उसके अनुसार उत्तर प्रदेश में कोरोना की संख्या 278 थी। इस तरह से अगर ताजे आंकड़े पर गौर करें तो कोरोना का प्रकोप अब 31 जिलों से आगे बढ़कर 33 जिलों तक पहुंच गया है और कोरोना पॉजिटिव के लोगों की संख्या 296 पहुंच गई है।