भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि यह प्रदेशवासियों के लिए दिवाली का उपहार है। उन्होंने आगे कहा कि अयोध्या न केवल भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है बल्कि सात पवित्र पुरियों में एक है। प्रदेश ही नहीं, देश व दुनिया के रामभक्त अयोध्या के प्रति न केवल आस्था रखते हैं बल्कि आत्मगौरव व राष्ट्रगौरव के भाव से भी वह स्वयं को जोड़ते हैं। इसलिए यह सही था कि उसकी पहचान मूल नाम से ही हो। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने यह पहल कर वैश्विक स्तर पर अयोध्या के मूल गौरव को स्थापित करने की दिशा में कदम उठाया है।
ये भी पढ़ें- फैजाबाद का नाम बदले जाने के बाद यूपीवासी नाराज, कर रहे थे इस बड़े ऐलान की उम्मीद, हुआ बड़ा खुलासा वहीं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. समीर सिंह का कहना है कि भाजपा की सरकार बनने के बाद से सांस्कृतिक विकास की नई ज्योति जगी है और अयोध्या का दीपोत्सव इसका गवाह बना है।
2019 चुनाव से पहले विपक्ष के समीकरण को बिगाड़ने के लिए भाजपा हिंदुत्व के मुद्दे को प्रमुखता से उभारने में लगी है। सीएम योगी द्वारा इलाहाबाद का नाम प्रयागराज व अब फैजाबाद का नाम अयोध्या किये जाने की घोषणा इसकी सबसे जरूरी कड़ी है। इससे पहले भी योगी सरकार ने अयोध्या में दीप पर्व मनाने से पूर्व भी धर्म और आस्था से जुड़े कार्यक्रमों को खूब तवज्जो दी है। अयोध्या का विकास भाजपा के प्रमुख एजेंडे में है। राम मंदिर को लेकर भी अब भाजपा नेता मुखर हो गये हैं।