29 मार्च- मथुरा के थाना हाईवे क्षेत्र में कोरोना के डर से एक युवक ने कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली। उसे खासी-जुखाम था। इस कारण उसने मान लिया कि वह कोरोना संक्रमित हैं। परिवार वालों को भी संक्रमण न फैल जाए, यह सोच कर उसने आत्महत्या कर ली।
27 मार्च- लखीमपुर में नंदापुर गांव में एक किसान ने कोरोना के डर से खेत में जाकर आत्महत्या कर ली। कोरोना की तमाम अफवाहों के बीच उसे भ्रम हो गया था कि वह भी इससे संक्रमित है। इस डर से उसने खुद को फांसी लगा कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
24 मार्च- कानपुर में भी कोरोना वायरस संक्रमण के डर से यहां सचेंडी थाना क्षेत्र के बिनौर गांव में खजुराहो से घूम कर आए मनीष तिवारी (28) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बड़े भाई ने बताया कि वह कोरोना की बढ़ रही घटनाओं का जिक्र अक्सर करता था। इसको लेकर भी वह परेशान चल रहा था।
23 मार्च- बरेली के एक युवक ने ट्रेन के सामने कूद कर अपनी जान दे दी है। रेलवे कर्मचारी के मुताबिक युवक रेलवे स्टेशन पर बैठा था और बार- बार खुद के कोरोना संक्रमित होने की बात कर रहा था। इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता, उसने ट्रेन के आगे छलांग लगा दी।
22 मार्च- हापुड़ जिले में 34 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। युवक ने सुसाइड नोट में खुद को कोरोना पीड़ित होने की बात लिखी है। उसे पिछले कई दिन से बुखार था। युवक पिलखुवा में रहकर नाई का काम करता था।