हथियारों के बारे में दी जाएगी जानकारी महमूद प्रचा ने कहा कि 26 जुलाई को लखनऊ में होगा प्रोग्राम मॉब लिंचिंग के ख़िलाफ़ चलेगी मुहिम सेल्फ डिफेंस के मद्देनज़र लोगो को किया जायेगा जागरूक। क़ानून के तहत हथियार रखने बताया जायेगा। तरीक़ा।आगे उन्होंने सोनभद्र हादसे की मिसाल देते हुए कहां की जालिमों के पास तो जुल्म करने के लिए कानूनी और गैरकानूनी हथियार मौजूद है लेकिन मजलूमों के पास जुल्म से बचने के लिए अपनी और अपने जानमाल की हिफाजत करने के लिए कुछ भी नहीं है।
निहत्थे लोगों को खुलेआम मारा जाता हैं जबकि एससी एसटी एक्ट और दूसरे रूल्स के तहत यह सरकारों की जिम्मेदारी है। जरूरतमंदों को हथियार के लाइसेंस मुहैया कराए और पुलिस के जालिमों के साथ मिले होने की वजह से मजलूमों के पास बाबा भीमराव अंबेडकर के आमीन और कानून की ताकत होने के बावजूद सेल्फ डिफेंस के लिए हथियारों के लाइसेंस नहीं दिए जा रहे हैं। जिसके कारण एससी, एसटी माइनॉरिटी के निहत्थे लोगों को खुलेआम मारा जा रहा है।उन्होंने कहा कि मुल्क भर में अखलाक से लेकर तबरेज और उसके बाद भी लगातार हो रही है। मॉबलीचिंग की वारदातों का जिक्र भी किया और कहा कि हम सभी माइनॉरिटीज के लोगों को बाबासाहेब के आईन की रोशनी में राइट टू प्राइवेट डिफेंस के लिए हथियारों के लाइसेंस देने के लिए सरकार से दरख्वास्त करेंगे।
मॉब लिंचिंग पर बने कानून चाहे घर के जेवर और दूसरी कीमती चीजें ही क्यों ना बेचनी पड़े और यह भी कहा कि लाइसेंस वाले हथियार का किसी भी हाल में दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा। वही मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि इस मामले पर हम तमाम दूसरे वलमाओं से राब्ता करेंगे।जो सरकार ने मॉब लिंचिंग पर कानून बनाने के लिए कहां है उसका भी इंतजार करेंगे। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो हम इस पहल को और बड़ी तरीके से करेंगे।
हर राजनीति पार्टी में होती है यह घटनाएं मौलाना ने कहा कि हम थोड़ा इंतजार करेंगे और हम सिर्फ लोगों को फॉर्म भरने के लिए तरीका बताएंगे। उन्होंने कहाकि हम किसी एक राजनीतिक पार्टी को इसका जिम्मेदार नहीं मानते क्योंकि हर सरकार में ऐसा हुआ है। मौलाना ने अखलाक कांड को याद दिलाते हुए कहा कि यह वारदात मुलायम सिंह के गवर्नमेंट में हुई थी। इस पहल में हम गरीब तबके के हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबको जागरूक करेंगे।