कश्मीर नीति की विफलता पर उठाये सवाल मायावती ने ट्वीट कर लिखा है कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा का आमचुनाव लोकसभा चुनाव के साथ न कराना मोदी सरकार की कश्मीर नीति की विफलता को दर्शाता है। मायावती ने सवाल किया है कि जो सुरक्षा बल लोकसभा चुनाव करा सकते हैं वहीं उस दिन वहां विधानसभा चुनाव क्यों नहीं करा सकते?
गौरतलब है कि सुरक्षा के लिहाज से जम्मू-कश्मीर की छह लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में चुनाव कराए जाएंगे। अतिसंवेदनशील और आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित माना जाने वाला क्षेत्र अनंतनाग लोकसभा सीट पर तीन चरणों में चुनाव होगा।
अच्छे दिन और लुभावने वादों का क्या हुआ एक अन्य ट्वीट में मायावती ने भाजपा द्वारा दिए गए अच्छे दिन के नारे और वादों पर भी सवाल उठाये। मायावती ने कहा कि बीजेपी राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान कर रही है। लेकिन पहले भाजपा यह बताए कि करोड़ों गरीबों, मजदूरों, किसानों, बेरोजगारों आदि को बताये कि अच्छे दिन लाने व अन्य लुभावने चुनावी वायदों का क्या हुआ?