लेकिन अब उनकी मौत को भुनाने की कोशिश खूब कर रही है। भाजपा दिखावटी
घोषणाएं कर के अटल जी की मौत पर भी राजनीतिक लाभ लेने की पूरी कोशिश कर
रही है। अपनी प्रेस कांंफ्रेंस में उन्होंने कई बार अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ की और कहा कि अगर मोदी उनके पदचिन्हों पर चले होते तो आज देश की यह स्थिति न होती।
भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला
उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे भाजपा जनता का ध्यान बंटाने के लिए नए-नए तरीके अपना रही है। यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तक को भी नहीं बख्शा गया है। बसपा सुप्रीमो ने भाजपा के खिलाफ बन रहे गठबंधन पर भी बड़ा बयान दिया और साफ तौर पर सपा और कांग्रेस को स्पष्ट रूप से कहा कि बसपा गठबंधन के खिलाफ नहीं है, लेकिन सम्मानजनक सीट मिलने पर ही हम साथ में लड़ेेंगे।
मायावती ने इस दौरान हाल ही में जेल से रिहा हुए सहारनपुर दंगों के आरोपी व भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावण से अपने किसी भी रिश्ते की बात कोखारिज किया। बता दें कि चंद्रशेखर ने जेल से रिहा होते ही भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने व गठबंधन में मायावती को समर्थन देने की बात कही थी।