इस अवसर पर उन्होंने स्कूलों में शौचालय की इस मुहिम के दौरान उत्कृष्ट काम करने वाली महिलाओं और किशोरियों को सम्मानित भी किया।कार्यक्रम में अन्य अतिथियों में महिला एंव बाल कल्याण की निदेशक अलका टंडन भटनागर,सीमेंट एसोसिएशन के श्याम मूर्ति गुप्ता,कृति सिंह शामिल रहीं।उन्होने कहा कि स्कूलों के शौचालय के रखरखाव के लिए एक-एक रूपये का सहयोग या वहां के प्रधान, विधायक व सांसद से सहयोग लिया जा सकता है, हम सभी को मिल कर इस दिशा में कदम उठाने की जरूरत है। महिला एंव बाल कल्याण की निदेशक अलका टंडन भटनागर ने कहा कि सरकार भी इस दिशा में गंभीर है और महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है,महिलाओं को आगे आकर इनका लाभ लेना चाहिए।
इस अभियान के अन्तर्गत सिद्धार्थनगर, ग़ाजीपुर और जौनपुर के चुने हुए (प्रत्येक जिले से 10 ) पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में समुदाय की महिलाओं और लड़कियों ने जाकर वहां की शौचालय की स्थिति का अवलोकन किया और उसके लिए सामुदायिक स्तरीय अभियान (हाइपर लोकल कैंपेन) ‘खोल दो ताले’- नही रहेगी शिक्षा से दूरी,स्वच्छ साफ शौचालय जरूरी’ चलाया है। जिसके उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि चेंज डॉट ओआरजी के सहयोग से चलाई गई ऑन लाइन पीटीशन को भी लोगों का भरपूर समर्थन मिला है और हमारी इस मुहिम का अभी तक सवा लाख से अधिक लोगों ने मिल कॉल देकर अपना समर्थन जताया है।
ओपेन माइक सेशन में भी कई बुद्धिजीवियों ने कविता के जरिये मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए समझाया कि स्कूलों में शौचालय क्यों जरूरी है।
इस मौके पर तीनों जिलों स्कूलों में शौचालय को लेकर चलाई गई मुहिम के परिणामों को ब्रेकथ्रू के डाक्टर अभिषेक मिश्रा ने साझा किया और सलाउद्दीन ने आये हुए अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस मौके पर तीनों जिलों स्कूलों में शौचालय को लेकर चलाई गई मुहिम के परिणामों को ब्रेकथ्रू के डाक्टर अभिषेक मिश्रा ने साझा किया और सलाउद्दीन ने आये हुए अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।