मेनका गांधी ने दिए ये संकेत अपने संसदीय क्षेत्र सुलतानपुर दौरे पर रहीं मेनका गांधी से जब मोदी मंत्रीमंडल में शामिल ने होने पर पूछा गया, तो उन्होंने इशारों में कहा कि वे प्रो टर्म स्पीकर चुनी जा सकती हैं। मेनका ने जवाब दिया कि बड़े अंतर से जीतने वाले और लंबे समय तक सांसद बने रहने वाले को प्रो टर्म स्पीकर चुना जाता है और वह खुद भी उनमें से एक हैं।
आठ बार सांसद रहीं मेनका गांधी लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उम्मीदवारों के नाम पर मंथन कर रहा है। इसके लिए राधामोहन सिंह और वीरेंद्र कुमार के नाम पर मंथन किया जा रहा है। आठ बार सांसद रहीं मेनका गांधी भी इस पद के लिए स्वाभाविक विकल्प हैं। सत्रहवीं लोकसभा में सबसे अनुभवी सदस्य होने के नाते होने उन्हें कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वे भाजपा की अनुभवी लोकसभा सदस्यों में से एक हैं। राधामोहन सिंह भी 6 बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। उन्हें भी अध्यक्ष पद के लिए मजबूत दावेदार माना जा रहा है। सिंह की संगठन पर गहरी पकड़ होना भी मजबूत दावेदार बनाता है। 2014 में केंद्र में सरकार बनते ही मोदी ने उन्हें कृषि मंत्रालय का जिम्मा सौंपा था। राधामोहन सिंह बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं। उन्हें सांगठनिक कार्यों के लिए जाना जाता है। बड़े पद पर रहने के बाद भी निरंतर मेल मिलाप और पार्टी के हर सदस्य को एकसाथ लेकर चलने के लिए वे खासे जाने जाते हैं। इसी कारण उन्हें 2006-09 तक बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।
वहीं वीरेंद्र कुमार भी 6 बार सांसद रह चुके हैं और उनकी दलित छवि उनके पक्ष में काम कर सकती है। इसके अलावा संभावित नामों में केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम और एसएस अहलूवालिया के नाम भी शामिल हैं। अहलूवालिया पिछली सरकार में संसदीय कार्य राज्य मंत्री थे। वे विधायी मामलों में उनकी जानकारी और समझ के लिए जाने जाते हैं।
बीजद के पास जा सकता है डिप्टी स्पीकर का पद भाजपा नेताओं के एक वर्ग का मानना है कि पार्टी नेतृत्च दक्षिण भारत से किसी नेता का चयन कर सबको हैरत में डाल सकता है। डिप्टी स्पीकर पद के लिए बीजू जनता दल (बीजद) से कटक सांसद भृतहरि महताब के नाम पर मुहर लग सकती है। महताब को 2017 के लिए सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार दिया गया था। बता दें कि सत्रहवीं लोकसभा के लिए पहली बैठक 17 जून को होगी। अध्यक्ष पद का चुनाव 19 जून को होगा।