100 से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त बारिश के कारण यूपी के अलग-अलग जिलों में जलभराव की तस्वीरें सामने आईं। प्रदेश भर में 100 से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इनमें भदोही में स्थिकत 74 और फर्रूखाबाद में 25 मकान शामिल हैं। वहीं, लखनऊ में बारिश के कहर से छोटे इमामबाड़े के गेट का छज्जा गिर गया। जर्जर हालात में इमारतें बारिश से और कमजोर हो गई थीं, जिसके चलते लोग हादसे का शिकार बन गए। लखनऊ के गणेश नगर, अमीनाबाद और हुसैनगंज में बारी-बारी से पुरानी इमारतें बारिश के चलते गिर गईं। गणेश नगर में इमारत गिरने से मलबे में दबकर एक बच्ची की मौत हो गई। वहीं हुसैनगंज में भी िमारत गिरने से मलबे में दबकर दो की मौत हो गई थी।
उफनती नदियों के पानी से परेशान इसी के साथ उफनती नदियों का पानी गांव में घुस गया है। फैजाबाद मेंं सरयू नदी के जलस्तर बढ़ने से कटान में तेजी आ रही है। वहीं, सीतापुर जिले के गांजरी इलाके में घाघरा और शारदा नदियों में बढ़ते जलस्तर का कहर जारी है। इससे क्षेत्र के 38 गांवों में बाढ़ का भय बना हुआ है। वाराणसी में गंगा नदी का बढ़ा जलस्तर खतरे का निशान है। जलस्तर बढ़ने से घाट के आसपास बने मंदिर डूब गए हैं। फतेहपुर के मलवां ब्लॉक के कटरी इलाकों में कच्चे मकान पानी में बह गए। इटावा में यमुना, फर्रूखाबाद और उन्नाव में गंगा का पानी बढ़ रहा है। श्रावस्ती में बारिश से दो घर गिर गए। गोंडा में बारिश के कारण हुई दुर्घटना से तीन की मौत हो गई। बलरामपुर में गौरा-तुलसीपुर मार्ग पर पानी के तेज बहाव से आवागमन ठप हो गया है। वहीं हरदोई और अंबेडकरनगर में बारिश ने एक-एक की जान ले ली। आगरा में 5, मौनपुरी में 4, मुजफ्फरनगर और कासगंज में 3-3, मेरठ और बेरली में 2-2, कानपुर देहात, मथुरा, गाजियाबाद, हापुड़, झांसी, रायबरेली, जालौन, जौनपुर में एक-एक लोगों की जान चली गई।