डीसीपी ने भी की थी मुलाकात मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने मुहर्रम को लेकर जारी की गई गाइडलाइन का विरोध करते हुए पाबंदियों को हटाने की मांग की थी। उन्होंने धर्मगुरुओं की अगुवाई में अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया था। मौलाना का आरोप था कि पुलिस घरों में ताजिया भी नहीं रखने दे रही। अगर इस तरह का अत्याचार बंद न हुआ तो गिरफ्तारी होगी। इस दौरान पश्चिम डीसीपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी भी कल्बे जवाद से मिलने पहुंचे थे।
पाबंदी हटाने की मांग मौलाना ने कहा था कि पाबंदी सिर्फ पुराने लखनऊ में है। नए लखनऊ में छूट दी जा रही है। मौलाना ने बताया कि बदायूं में घर में ताजिया रखने को लेकर पुलिस मुकदमे लिखने की बात कह रही है। इस तरह की खबरें पूरे प्रदेश से आ रही हैं। मौलाना ने सरकार से मांग रखी कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मजलिसों को पढ़ने और ताजियों को रखने की इजाजत दे। धरने में मुख्य रूप से मौलाना फिरोज हैदर, मौलाना रजा हुसैन, मौलाना अब्बास नासिर सईद, मौलाना हबीब हैदर शामिल हुए। धरने को समर्थन देने मौलाना मीसम जैदी भी गुफरानमआब इमामबाड़ा पहुंचे थे।