एंबुलेंस को लेकर बढ़ा बवाल वहीं यूपी में एंबुलेंस सेवा प्रदान करने वाली कंपनी कहना है कि मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट ले जाने वाली एंबुलेंस उत्तर प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल से नहीं जुड़ी है। जिसके चलते अब इस मामले को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। क्योंकि प्रदेश के आलाधिकारी भी एम्बुलेंस को लेकर अब तक कोई सुराग नहीं लगा पाये हैं। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि मुख्तार को लाने ले जाने के लिए बाराबंकी नंबर की एम्बुलेंस का पंजाब में इसतेमाल कैसे हो रहा है। क्या मुख्तार को वीआईपी ट्रीटमेंट देने में यूपी के आलाधिकारी भी कोई भूमिका निभा रहे हैं? क्योंकि अगर बाराबंकी नंबर की एंबुलेंस पंजाब पहुंची तो अभी तक किसी ने जानकारी क्यों नहीं की।
मोहाली कोर्ट में थी पेशी आपको बता दें कि पंजाम में मोहाली के एक बिल्डर से फिरौती मांगने के मामले में मुख्तार अंसारी की बुधवार को मोहाली कोर्ट में पेशी थी। इसके लिए वो रोपड़ जेल से मोहाली कोर्ट पहुंचा था। रोपड़ जेल से मोहाली कोर्ट तक मुख्तार को यूपी केे बाराबंकी नंबर की एक निजी एंबुलेंस से लाया गया था। छानबीन करने पर पता चला कि वह एंबुलेंस यूपी में बाराबंकी के एक निजी अस्पताल के नाम पर रजिस्टर्ड है। जिसके बाद एंबुलेंस को लेकर बड़ा बखेड़ा खड़ा हो गया और तमाम लोगों के बयान भी इसे लेकर आने शुरू हो गए।