पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे जगतार सिंह हवारा को श्री अकाल तख़्त साहिब का नया जत्थेदार बनाया गया है। पंथक संगठनों की ओर से चब्बा गाँव में बुलाई गई सिक्ख कन्वेंशन में जगतार सिंह को जत्थेदार की कमान सौंपने का फैसला लिया गया।
जगतार सिंह फिलहाल जेल में बंद है और उसकी ग़ैर मौजूदगी में उनकी ज़िम्मेदारी पूर्व सांसद और शियद मान के वरिष्ठ सदस्य ध्यान सिंह मांड को दी गई है।
कन्वेंशन में पंजाब स्थित दो अन्य तख्तों के समानांतर जत्थेदारों की नियुक्ति के साथ ही कुल 13 प्रस्ताव पारित किये गए हैं।
सरबत खालसा ने पांच तख्तों के जत्थेदारों को तख्तों से हटाने का भी बड़ा फैसला लिया है। इसी तरह से मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से फख्र-ए-कौम पंथ रत्न का अवार्ड भी वापस ले लिया गया है।
अमरीक सिंह अजनाला को तख्त श्री केसगढ़ साहिब और बलजीत सिंह दादूवाल को दमदमा साहिब का जत्थेदार बनाया गया है।
इसके अलावा ऑपरेशन ब्लू स्टार को अंजाम देने वाले लैफ्टिनैंट जनरल केएस बराड़ और केपीएस गिल को तनखाइया करार दिया गया है।
सरबत खालसा मंच से यह भी घोषणा की गई कि 30 नवम्बर तक श्री अकाल तख़्त साहिब के जत्थेदारों की नियुक्ति, पद मुक्ति और सेवा अधिकार के बारे में प्रारूप तैयार करने के लिए संयुक्त कमिटी का गठन कर लिया जाएगा।
इसके बाद वर्ष 2016 की बैसाखी पर्व पर होने वाली सरबत खालसा में कमिटी की सिफारिशों को लागू करवाने के लिए प्रस्ताव पारित किया जाएगा।
Home / 71 Years 71 Stories / बेअंत सिंह का हत्यारा जगतार सिंह बना श्री अकाल तख्त साहिब का जत्थेदार