बैठक में लिया गया फैसला- सुनील राठी को भारी सुरक्षा के बीच बागपत से लखनऊ जेल में शिफ्ट किया जाएगा। बता दें कि शासन से निर्देश मिलने के बाद ही अधिकारियों ने इसको लेकर बैठक की और जरुरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। अधिकारियों ने बागपत के जिलाधिकारी और एसपी से इस संबंध में बातचीत कर ली है। और बागपत एसपी को निर्देश दिए गए हैं कि वह सुनील राठी को लखनऊ लाने के लिए तत्काल पुलिस की व्यवस्था करें। सुरक्षा व्यवस्था में बज्र वाहन और भारी पुलिस बल के साथ सुनील राठी को लेकर जाने के निर्देश दिए गए हैं।
राठी को बागपत जेल में अब नहीं रखा जा सकता- जेल के एडीजी चंद्र प्रकाश का कहना है कि राठी को बागपत जेल में अब किसी भी हालत में रखा नहीं जा सकता है। आपको बता दें कि बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है और बजरंगी उनका दाहिना हाथ माना जाता था। बजरंगी के हत्या के बाद सुनिल राठी को भी अपनी हत्या का डर सता रहा है।
9 जुलाई को हुई हत्या- गौरतलब है कि 9 जुलाई को रंगदारी मामले में मुन्ना बजरंगी की बागपत कोर्ट में पेशी होनी थी और इसके लिए उसे झांसी जेल से 8 जुलाई की रात बागपत जिला जेल में शिफ्ट किया गया था, लेकिन 9 जुलाई को कोर्ट में पेशी से पहले ही जेल के अंगर गैंगस्टर सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी दी।