scriptTriple Talaq पर मुस्लिम संगठनों का बड़ा ऐलान, बिल पेश करने से पहले ही उठी ये मांग | Muslims bodies divided over Triple Talaq Bill presented in Lok Sabha | Patrika News
लखनऊ

Triple Talaq पर मुस्लिम संगठनों का बड़ा ऐलान, बिल पेश करने से पहले ही उठी ये मांग

-Triple Talaq पर मुस्लिम संगठनों की अलग-अलग राय-किसी ने जताई आपत्ति, तो किसी ने किया स्वागत

लखनऊJun 22, 2019 / 04:05 pm

Ruchi Sharma

Triple Talaq

तीन तलाक पर मुस्लिम संगठनों का बड़ा ऐलान, बिल पेश करने से पहले ही उठी ये मांग

लखनऊ. तीन तलाक संबंधी बिल (Triple Talaq) केंद्र की मोदी सरकार ने दोबारा सत्ता में आने के बाद एक बार फिर लोकसभा में पेश कर दिया है। बिल पेश करने के साथ ही देश भर में एक बार फिर इस पर चर्चा शुरू हो गई है। सरकार के इस कदम पर मुस्लिम संगठनों की राय जुदा-जुदा हैं। कुछ मुस्लिम संगठन सरकार के इस कदम का स्वागत कर रहे हैं तो वहीं कुछ मुस्लिम संगठन एक सुर में सरकार के इस फैसले को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। राम मंदिर के पक्षकार इकबाल अंसारी ने तीन तलाक के मुद्दे पर कड़ा एतराज जताया तो वहीं दूसरी अोर अॉल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ ने तीन तलाक बिल (Triple Talaq) को लेकर कहा कि बिल पेश करने से पहले देश के कानून मंत्री सभी प्रमुख मुस्लिम संगठनों अौर समाजसेवियों को बैठक में बुलाते उनके राय, सुझाव लेते फिर बिल पर चर्चा करते। शिया पार्सन लॉ बोर्ड ने इस बिल को लेकर सहमति जताते हुए अपना समर्थन दिया है।
यह भी पढ़ें

कैबिनेट बैठक में लिया गया सबसे बड़ा फैसला, साथ ही इन प्रस्तावों पर लगी मुहर

triple talaq Bill पर इकबाल अंसारी ने जताई आपत्ति

इकबाल अंसारी ने Triple Talaq विधेयक पास किए जाने पर आपत्ति जताई हैं। इकबाल ने कहा कि संसद में धर्म के साथ पक्षपात हो रहा हैं। उन्होंने कहा कि तीन तलाक पर लोग राजनीति कर रहे हैं। वहीं, मुसलमान इस कानून को नहीं मानेगा, यही वजह है कि तमाम पार्टियां इस ट्रिपल तलाक बिल का विरोध कर रही है। इकबाल अंसारी ने सदन की कार्यवाही को लेकर कहा कि इस समय तीन तलाक नहीं बच्चों के स्वास्थ के प्रति के कार्रवाई किए जाने की जरूरत है। अंसारी ने कहा कि ट्रिपल तलाक बिल पर कानून बनाने की जरूरत नहीं है। वहीं, बिल में 3 साल की सजा बहुत ज्यादा है, इसका समाज पर उल्टा प्रभाव पड़ेगा।
यह भी पढ़ें

Good News : अब हवाई जहाज से कम समय में ट्रेन से पहुचें दिल्ली

तीन साल की सजा पर शाइस्ता अंबर ने किया विरोध

ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने कहा कि मुस्लिम संगठन के लोग चाहते हैं कि बिल पास हो। केंद्र सरकार के इस फैसले का मैं स्वागत करती हूं। एक कानून एेसा बनना जरूरी है जिससे लोग तलाक देने से पहले डरे। पर तलाक का कानून इस तरह से बने जिससे पीड़ित महिला को सुरक्षा मिल सके, परिवार की खुशियां तबाह न हो। उन्होंने कहा कि तीन साल की सजा के मैं बिल्कुल पक्ष में नहीं हूं। एेसी सजा अौर कानून बने ताकि शौहर पत्नी को तलाक देने से पहले सौ बार सोचे। सजा एेसी हो ताकि पीड़ित महिला को जीवन जीने के लिए सुखद रास्ता मिल सके। घर परिवार का खर्चा चल सके।

मौलाना यासूब अब्बास ने Triple Talaq बिल का किया स्वागत

ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने तान तलाक (Triple Talaq) बिल का समर्थन करते हुए कहा कि शिया समुदाय केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ है। यासूब अब्बास ने कहा कि दुख की बात है कि तीन तलाक जैसी बुराई आज भी मुस्लिम समाज में है। हम पीएम मोदी के इस बयान से सहमत हैं कि मुस्लिमों के साथ राजनीतिक दलों ने छल किया। मौलाना यासूब ने कहा कि केंद्र सरकार की अल्पसंख्यकों के लिए लाई गई योजनाओं का शिया पर्सनल लॉ बोर्ड स्वागत करता है। मोदी सरकार सिलेबस में छेड़छाड़ किए बिना मदरसों का आधुनिकीकरण करती है तो हम इसका स्वागत करेंगे। हिन्दुस्तान की आजादी की लड़ाई में मदरसों की अहम भूमिका रही है। कहा कि मोदी से मुसलमान नहीं, मुसलमानों की दलाली करने वाले डर रहे हैं।

Home / Lucknow / Triple Talaq पर मुस्लिम संगठनों का बड़ा ऐलान, बिल पेश करने से पहले ही उठी ये मांग

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो