स्क्रीन में ब्लू लाइट पहुंचाती है नुकसान स्मार्टफोन की स्क्रीन में ब्लू लाइट होती है, जो हाई एनर्जी विजिबल लाइट होने पर आंखों और त्वचा को नुकसान पहुंचाती है। अगर गौर करें, तो जवानी में जिस त्वचा में निखार होना चाहिए, वो झुर्रियों से भरी रहती है। हमारी त्वचा झुलसा जाती है। स्मार्टफोन के इस्तेमाल से डिजिटल आई स्ट्रेन (नेत्र तनाव) की समस्या उतपन्न होती है। जब ये समस्या बढ़ जाती है, तो नींद न आना, सिरदर्द होना, आंखों में जलन या पानी निकलना जैसी प्रॉब्लम्स होती हैं। इससे चेहरे की मांसपेशियां भी प्रभावित होती हैं।
स्मार्टफोन में ब्लू लाइट यूवी लाइट की तरह होती है। आंखों में मौजूद सेल्स इससे प्रभावित होते हैं, जिन्हें नुकसान पहुंचता है। आंखों की सेहत का ख्याल रखने के लिए जरूरी है कि आप अपने फोन का इस्तेमाल करते वक्त डिस्टेंस बनाए रखें। ये गैप जरूरी भी है।
ज्यादा देर तक इस्तेमाल है हानिकारक फोन का इस्तेमाल एक बार में 20 मिनट से ज्यादा देर तक न करें। सर्दी के मौसम में थोड़ी सी परेशानी होने पर भी लोग डॉक्टर्स के चक्कर काटते हैं। मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस मामले में लखनऊ के प्रकाश नेत्र केंद्र के डॉक्टर मोहित खेमचंदानी बताते हैं कि आंखों की समस्या लिए उनके पास कई पेशंट्स आते हैं। कमजोर आंखें, आंखों में जलन या पानी निकलना जैसी समस्या होती है। पहले तो ये समस्या बड़े लोगों में ज्यादा देखी जाती थी, लेकिन अब युवा पीढ़ी भी इसमें शामिल है। इनके केस में अधिकतर लोगों का कारण स्मार्टफोन का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करना होता है। मोबाइल फोन की ब्राइट्नेस ज्यादा या बहुत कम भी नहीं होनी चाहिए। इससे भी आंखों पर असर पड़ता है। इसके अलावा फॉंट साइज मीडियम हो, तो ज्यादा बेहतर है। छोटे फॉंट साइज से स्क्रीन पर नजरें मोबाइल फोन पर और पास आकर गड़ानी पड़ती हैं, जिससे आंखों पर प्रेशर बनता है और पानी निकलने जैसी समस्या होती है।