इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने थाईलैण्ड के राजदूत एवं प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश की अनेक सम्भावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में वस्त्र उद्योग, नवीकरणीय ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन विकास तथा अवस्थापना विकास के क्षेत्र में निवेश के अच्छे मौके उपलब्ध हैं। राज्य सरकार प्रदेश में निवेश करने वाले उद्यमियों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराएगी। कृषि क्षेत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार प्रदेश के किसानों की आय वर्ष 2022 तक दो-गुनी करने की दिशा में कार्य कर रही है। इसमें हर प्रकार का सहयोग स्वागत योग्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की निवेशोन्मुखी नीतियों के चलते उद्योगपतियों के मन में उत्तर प्रदेश में निवेश के प्रति विश्वास जागृत हुआ है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि थाईलैण्ड और उत्तर प्रदेश के बीच अच्छे कारोबारी सम्बन्ध स्थापित होंगे और वे राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस अवसर पर थाई प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों ने थाईलैण्ड की खाद्य प्रसंस्करण से सम्बन्धित कई औद्योगिक इकाइयों का मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रस्तुतिकरण भी दिया। प्रतिनिधिमण्डल ने उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण, कृषि क्षेत्र, पर्यटन विकास तथा अवस्थापना विकास/सड़क निर्माण के क्षेत्र में दिलचस्पी दिखायी। उन्होंने कहा कि उनका देश भारत के विकास में अपना सहयोग देना चाहता है। उत्तर प्रदेश भारत का महत्वपूर्ण राज्य है, इसलिए वे इसके विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं।
प्रस्तुतिकरण के दौरान अपर मुख्य सचिव एवं अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अनूप चन्द्र पाण्डेय ने बताया कि उत्तर प्रदेश खाद्यान्न, गन्ना, आलू, लाइव स्टाॅक, दुग्ध, गेहूं तथा फल उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य है। यहां पर खाद्य प्रसंस्करण की विपुल सम्भावनाएं मौजूद हैं, जिसमें थाईलैण्ड अपना सक्रिय योगदान दे सकता है। राज्य सरकार प्रदेश में निवेश करने वाले उद्योगपतियों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराएगी। इस अवसर पर उन्होंने थाईलैण्ड के प्रतिनिधिमण्डल को फरवरी, 2018 में उत्तर प्रदेश में आयोजित किये जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टमेण्ट समिट में आमंत्रित भी किया।