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लखनऊ

बिलजी बिल जमा करने का बदला नियम, पहले करें भुगतान फिर मिलेगी इलेक्ट्रिसिटी, केंद्र सरकार का सबसे बड़ा फैसला

– नहीं मिलेगी मुफ्त में बिजली
-केंद्र सरकार ने लिया बड़ा फैसला
-देश भर में प्रीपेड स्मार्ट मीटर (Prepaid Smart Meter) लगेंगे

लखनऊJul 16, 2019 / 05:56 pm

Ruchi Sharma

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बिलजी बिल जमा करने का बदला नियम, पहले करें भुगतान फिर मिलेगी इलेक्ट्रिसिटी, केंद्र सरकार का सबसे बड़ा फैसला

लखनऊ. बिजली उपभोक्ता (Power consumer) के लिए एक बुरी खबर है। केंद्र सरकार (Central government) जल्द ही एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। अब बिजली का प्रयोग करने से पहले उसका भुगतान करना होगा। पहले बिजली का प्रयोग करने के बाद उसका भुगतान होता था पर अब केंद्र सरकार के इस कदम से बिजली का प्रयोग करने से पहले ही भुगतान करना होगा। इसके बाद ही घर में बिजली आएगी। इसके लिए देश भर में प्रीपेड स्मार्ट मीटर (Prepaid Smart Meter) लगेंगे।
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बिना निवेश के नहीं होगी बिजली उत्पादन

बिजली मंत्री आर के सिंह (electricity minister R K Singh) ने कहा, हम भुगतान और आपूर्ति के बीच एक संपर्क बना रहे हैं। आपको पहले भुगतान करना होगा और फिर आपको बिजली मिलेगी। निशुल्क बिजली जैसी कोई चीज नहीं है। आप बिना निवेश के बिजली का उत्पादन नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिजली बनाने में लागत लगती है और किसी को इसके लिए भुगतान करना पड़ता है। अगर राज्य निशुल्क बिजली देना चाहते हैं तो दें, लेकिन उनको इसके लिए अपने बजट से भुगतान करना होगा। यही हम करने जा रहे हैं।
मोबाइल फोन की तरह होगी बिजली रिजार्ज

केंद्र सरकार ने 2022 का लक्ष्य रखा है, जिसके बाद लोगों को बिना मीटर को रिचार्ज कराए घर में बिजली की सप्लाई नहीं मिलेगी। उपभोक्ताओं को मोबाइल फोन की तरह बिजली को रिचार्ज कराना होगा। इसके पूरा होते ही उपभोक्ताओं के घर में बिजली का बिल पहुंचने के दिन समाप्त हो जाएंगे। बिजली मंत्री आरके सिंह ने मीटर निर्माताओं को स्मार्ट प्री-पेड मीटरों का उत्पादन बढ़ाने का सुझाव दिया। उन्होंने निर्माताओं से कहा कि आने वाले दिनों में इसकी बड़ी मांग होगी और उम्मीद है कि तीन साल में सभी मीटर स्मार्ट प्री-पेड होंगे।
इससे होंगे फायदे, इतना आएगा बिल

उपभोक्ताओं को बिल भेजे जाने की कवायद खत्म होगी। बिजली कंपनियों पर बकाया का भार नहीं रहेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्मार्ट मीटर के तमाम फायदों को ध्यान में रखते हुए इसके निर्माण को अनिवार्य करने पर विचार करें। इससे बिजली क्षेत्र में क्रांति आएगी, नुकसान कम होंगे और बिजली वितरण कंपनियों की स्थिति सुधरेगी। बाजार में फिलहाल सबसे सस्ता सिंगल फेज प्रीपेड बिजली मीटर अभी 8 हजार रुपये का मिल रहा है। हालांकि अच्छी गुणवत्ता वाला मीटर खरीदने के लिए लोगों को 25 हजार रुपये खर्च करने पड़ेंगे।
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