वाणिज्यिक बिजली उपभोक्ताओं को अब 8.75 रुपये प्रति यूनिट तक चुकाने होंगे। भवन निर्माण के लिए अस्थायी कनेक्शन लेने पर आठ रुपये प्रति यूनिट देने होंगे। चूंकि उद्योगों की स्थिति पहले से ही अच्छी नहीं है इसलिए इनकी बिजली की दरों में पांच से दस फीसद तक का ही इजाफा गुरुवार से होगा। पावर कारपोरेशन के निदेशक (वाणिज्यिक) एके श्रीवास्तव ने बताया कि बिजली की बढ़ी दरें गुरुवार से लागू हो जाएंगी। सभी वितरण कंपनियां नए टैरिफ के अनुसार अब बिल की गणना करेंगी।
पहले 11 दिन की खपत की गणना पुरानी दर से
नए टैरिफ के 12 तारीख से लागू होने के कारण शुरुआती 11 दिनों की बिजली खपत की गणना पुरानी दरों से की जाएगी लेकिन, 11 दिनों की खपत पूरे महीने के खर्च पर प्रतिदिन के औसत से निकाली जाएगी। उप्र विद्युत नियामक आयोग द्वारा तीन सितंबर को बिजली दरों में वृद्धि की घोषणा के साथ ही पावर कॉरपोरेशन ने एक हफ्ते बाद से बढ़ी दरें लागू करने की सार्वजनिक सूचना पांच सितंबर को प्रकाशित कराई थी।
बिजली दरें बढ़ाने के विरोध में धरना-प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश में बिजली दरों में वृद्धि के विरोध में विपक्ष के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। राजधानी में कई जगह पर नारेबाजी कर धरना दिया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि मजदूर, व्यापारी और आम जनता पर असहनीय बिजली की दरों में वृद्धि कर दी है।