उत्तर प्रदेश के जिन स्कूलों व कॉलेजों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। उन स्कूल स्कूलों व कॉलेजों में परीक्षा के दौरान सेनेटाइजर की व्यवस्था रहेगी। जिन परीक्षा केन्द्रों पर सेनेटाइजर की व्यवस्था नहीं उन परीक्षा केन्द्रों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सेनेटाइजर इस्तेमाल करने के बाद ही अभ्यर्थी परीक्षा कक्ष में प्रवेश कर सकेंगे। सीटीईटी में कोरोना को लेकर सावधानी रखी जाए, इसके लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
बोर्ड ने सभी केंद्रों को जून में अंतिम सप्ताह तक पूरा परिसर सेनेटाइज करने का निर्देश दिया है। जिन स्कूल परिसर को क्वारंटाइन केंद्र बनाया गया था, वहां के हर कमरे की अच्छी से साफ सफाई करवाने को कहा है। सीटीईटी की परीक्षा पांच जुलाई को होगी। इस बार प्रदेश के लगभग सभी जिला मुख्यालयों में परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। इससे अभ्यर्थी को परीक्षा देने के लिए दूसरे शहर नहीं जाना पड़े। परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो, इसके लिए केंद्रों की संख्या भी बढ़ेगी। एक कक्षा में 12 से 20 अभ्यर्थी ही बैंठेंगे। हर अभ्यर्थी के बीच की दूरी चार से पांच फीट तक रखनी है। सीटीईटी दो पालियों में होगा। एक से पांचवीं तक के लिए फर्स्ट पेपर होगा। वहीं सेकेंड पेपर छठी से आठवीं तक के लिए होगा। सीटीईटी उत्तीर्ण होने के बाद केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और सीबीएसई स्कूल में टीचर बनने का मौका मिलता है।
सभी अभ्यर्थी दो घंटे पहले पहुंचे परीक्षा केन्द्र पर
अभ्यर्थियों को केंद्र पर दो घंटे पहले जाना होगा। केंद्र पर प्रवेश के दौरान भीड़ जमा नहीं हो, इसके लिए केंद्र पर पहुंचने के साथ प्रवेश दिया जायेगा। प्रवेश के बाद स्कूल परिसर में गोला बना कर अभ्यर्थी को इंतजार करवाया जायेगा। अभ्यर्थी एडमिट कार्ड के साथ ट्रांसपेरेंट थैली में पेन आदि लेकर आयेंगे। जिससे कि बाहर से ही उसकी जांच हो सके। एडमिट कार्ड जल्द सीटीईटी के लिए अभ्यर्थियों को जल्द ही एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा। जून के दूसरे सप्ताह तक एडमिट कार्ड जारी होने की उम्मीद है। परीक्षा के लिए सिलेबस को बोर्ड ने पहले ही वेबसाइट पर डाल दिया है।