5000 की आबादी पर एक व्यक्ति बनाया जाता है गाइड यूनिसेफ और डब्लूएचओ के लिए कई कार्यक्रमों से जुड़े रहे डॉक्टर अक्षित जैन बताते हैं कि टेक्नोलॉजी की मदद से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य से जुड़े परामर्श उपलब्ध कराने के उद्द्येश्य से यह ऐप विकसित किया गया है। लगभग 5000 की आबादी पर एक व्यक्ति का चयन किया जाता है जिसे इस ऐप के प्रयोग के लिए अधिकृत किया जाता है। गांव में किसी व्यक्ति को कोई बीमारी होने पर वह उस व्यक्ति से संपर्क करता है, जिसके मोबाइल में ऐप उपलब्ध है। इस ऐप पर मरीज का विवरण अंकित किया जाता है और उसके बाद ऑनलाइन संपर्क कर ऐप से जुड़े डॉक्टर से संपर्क स्थापित किया जाता है।
गंभीर होने पर रेफर की सलाह भी मिलती है सलाह डॉक्टर जैन बताते हैं कि डॉक्टर मरीज के बारे में जानकारी हासिल कर और उससे ऑनलाइन बात कर उससे दवाओं, सावधानियों अथवा जांच के सम्बन्ध में सलाह देता है। यह पूरी सलाह पूरी तरह निशुल्क होती है। यदि मरीज की स्थिति गंभीर है और उसे तत्काल किसी अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत है तो ऐप में बताये गए लोकेशन के अनुसार उसे पास के सरकारी अथवा निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है।