पांच महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण और होगा सुंदरीकरण
केंद्र सरकार की पहल पर अयोध्या से जुड़े पांच प्रमुख राजमार्गों के निर्माण और सुंदरीकरण के लिए 7915 करोड़ कीभारी-भरकम राशि की घोषणा की गयी है। इनमें लखनऊ-अयोध्या मार्ग के के अयोध्या क्षेत्र के सुंदरीकरण के लिए 55 करोड़,अयोध्या-वाराणसी मार्ग के अयोध्या-अकबरपुर खंड की चार लेन की 49 किमी लंबी सडक़ बनाने के लिए 1081 करोड़, अयोध्या से चित्रकूट तक 262 किमी लंबे रामवनगमन मार्ग के निर्माण पर 2020 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इसी मार्ग के मोहनगंज से श्रृंगवेरपुर खंड की 44 किमी लंबी सडक़ के निर्माण पर 478 करोड़ की राशि खर्च होगी। सबसे महत्वपूर्ण मार्ग 84 कोसी परिक्रमा रोड है। केंद्र सरकार 275 किमी लंबे इस मार्ग के निर्माण पर करीब 2750 करोड़ खर्च करेगी। इसी से जुड़े 91 किमी लंबे बीकापुर-रुदौली-मूर्तिहनघाट रोड को बनाने पर 896 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इस तरह अयोध्या के चारो तरफ सडक़ों का जाल बिछाने पर ही 7195 करोड़ होंगे।
केंद्र सरकार की पहल पर अयोध्या से जुड़े पांच प्रमुख राजमार्गों के निर्माण और सुंदरीकरण के लिए 7915 करोड़ कीभारी-भरकम राशि की घोषणा की गयी है। इनमें लखनऊ-अयोध्या मार्ग के के अयोध्या क्षेत्र के सुंदरीकरण के लिए 55 करोड़,अयोध्या-वाराणसी मार्ग के अयोध्या-अकबरपुर खंड की चार लेन की 49 किमी लंबी सडक़ बनाने के लिए 1081 करोड़, अयोध्या से चित्रकूट तक 262 किमी लंबे रामवनगमन मार्ग के निर्माण पर 2020 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इसी मार्ग के मोहनगंज से श्रृंगवेरपुर खंड की 44 किमी लंबी सडक़ के निर्माण पर 478 करोड़ की राशि खर्च होगी। सबसे महत्वपूर्ण मार्ग 84 कोसी परिक्रमा रोड है। केंद्र सरकार 275 किमी लंबे इस मार्ग के निर्माण पर करीब 2750 करोड़ खर्च करेगी। इसी से जुड़े 91 किमी लंबे बीकापुर-रुदौली-मूर्तिहनघाट रोड को बनाने पर 896 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इस तरह अयोध्या के चारो तरफ सडक़ों का जाल बिछाने पर ही 7195 करोड़ होंगे।
आर्थिक विकास और रोजगार में वृद्धि
भाजपा 2019 के चुनाव में राम की ही राह चलना चाहती है इसलिए भगवान राम की राजधानी अयोध्या के चंहुमुखी विकास का खाका खींचा जा रहा है। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अयोध्या से पांच बड़ी सडक़ परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर अयोध्या से वाराणसी के बीच श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आना-जाना और आसान हो जाएगा। इससे न केवल पर्यटकों को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि पर्यटन से होने वाली आय से अयोध्या की आर्थिक हालत सुधेरेगी। सरकार का कहना है कि इन मार्गों के बनने से आर्थिक विकास के साथ रोजगार में भी वृद्वि होगी।
भाजपा 2019 के चुनाव में राम की ही राह चलना चाहती है इसलिए भगवान राम की राजधानी अयोध्या के चंहुमुखी विकास का खाका खींचा जा रहा है। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अयोध्या से पांच बड़ी सडक़ परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर अयोध्या से वाराणसी के बीच श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आना-जाना और आसान हो जाएगा। इससे न केवल पर्यटकों को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि पर्यटन से होने वाली आय से अयोध्या की आर्थिक हालत सुधेरेगी। सरकार का कहना है कि इन मार्गों के बनने से आर्थिक विकास के साथ रोजगार में भी वृद्वि होगी।
योगी ने भी बजट में दिया 301 करोड़
अयोध्या के संत-महात्माओं से लेकर आम जन तक को खुश करने के लिए योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को घोषित अपने बजट में अयोध्या के विकास के लिए कुल 301 करोड़ का एलान कर चुके हैं। इसमें अयोध्या में एयरपोर्ट के निर्माण के लिए 200 करोड़ और और 101 करोड़ रुपए पर्यटन के विकास के नाम पर खर्च होंगे।
अयोध्या के संत-महात्माओं से लेकर आम जन तक को खुश करने के लिए योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को घोषित अपने बजट में अयोध्या के विकास के लिए कुल 301 करोड़ का एलान कर चुके हैं। इसमें अयोध्या में एयरपोर्ट के निर्माण के लिए 200 करोड़ और और 101 करोड़ रुपए पर्यटन के विकास के नाम पर खर्च होंगे।
फिल्मों से विपक्ष पर वार, भाजपा ने बनाया चुनावी हथियार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विपक्ष खासकर कांग्रेस पर वार करने के लिए फिल्मों का सहारा ले रहे हैं। लगता है भाजपा ने लोकसभा चुनाव जीतने के लिए फिल्मों को चुनावी हथियार बनाने का मन बनाया है। इसीलिए फि़ल्म उरी और द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर को पूरे उप्र में एक अभियान के तहत दिखाए जाने का फैसला किया गया है। सचिवालय के लोकभवन ऑडीटोरियम में अपने सभी मंत्रियों, भाजपा विधायकों को उरी फिल्म दिखाने के बाद योगी आदित्यनाथ प्रदेश में सभी को इस फिल्म को दिखाने के निर्देश दिए हैं। खासकर अमेठी और रायबरेली में तो दोनों फिल्में गांव-गांव दिखायी जानी हैं।
मुख्यमंत्री ने भाजपा के सभी विधायकों से कहा कि इन दोनों फिल्मों को गांव-गांव में दिखाया जाए। जहां हॉल में देखना संभव न हो सके वहां एलईडी वैन लगाकर ‘उरी’ फि़ल्म दिखाई जाए। उरी को राज्य सरकार ने टैक्स फ्री भी कर दिया है। इसका शासनादेश जारी होने के बाद कई शहरों में सिनेमा हॉलों में उरी को फिर से लगाया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विपक्ष खासकर कांग्रेस पर वार करने के लिए फिल्मों का सहारा ले रहे हैं। लगता है भाजपा ने लोकसभा चुनाव जीतने के लिए फिल्मों को चुनावी हथियार बनाने का मन बनाया है। इसीलिए फि़ल्म उरी और द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर को पूरे उप्र में एक अभियान के तहत दिखाए जाने का फैसला किया गया है। सचिवालय के लोकभवन ऑडीटोरियम में अपने सभी मंत्रियों, भाजपा विधायकों को उरी फिल्म दिखाने के बाद योगी आदित्यनाथ प्रदेश में सभी को इस फिल्म को दिखाने के निर्देश दिए हैं। खासकर अमेठी और रायबरेली में तो दोनों फिल्में गांव-गांव दिखायी जानी हैं।
मुख्यमंत्री ने भाजपा के सभी विधायकों से कहा कि इन दोनों फिल्मों को गांव-गांव में दिखाया जाए। जहां हॉल में देखना संभव न हो सके वहां एलईडी वैन लगाकर ‘उरी’ फि़ल्म दिखाई जाए। उरी को राज्य सरकार ने टैक्स फ्री भी कर दिया है। इसका शासनादेश जारी होने के बाद कई शहरों में सिनेमा हॉलों में उरी को फिर से लगाया गया।