बाराबंकी में जज के साथ अधिवक्ताओं ने की मारपीट बाराबंकी में काफी संख्या में इकट्ठा हुए वकील एक जज सन्दीप जैन के कार्यालय में घुस कर उत्पात मचाने लगे। सन्दीप जैन मोटर दुर्घटना दावा अभिकरण के पीठासीन अधिकारी हैं। सन्दीप जैन का कहना है कि वह अपने कार्यालय में बैठ कर कुछ जरूरी आदेश अपने आशुलिपिक से लिखवा रहे थे। तभी
40- 50 वकील झुण्ड बना कर उनके कार्यालय में घुस आए और उनसे कालर पकड़ कर अभद्रता कर कहने लगे कि हड़ताल के दिन काम क्यों करवा रहे हो। उनके अलावा वकीलों ने उनके आशुलिपिक , गनर और स्टाफ के लोगों के साथ भी गाली गलौज और अभद्रता की। मोबाइल से फोटो खींचने पर मोबाइल फोन छीन लिया और जम कर उत्पात मचाया। इस घटना का विवरण देते हुए सन्दीप जैन ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर दोषी वकीलों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किये जाने की मांग की है ।
40- 50 वकील झुण्ड बना कर उनके कार्यालय में घुस आए और उनसे कालर पकड़ कर अभद्रता कर कहने लगे कि हड़ताल के दिन काम क्यों करवा रहे हो। उनके अलावा वकीलों ने उनके आशुलिपिक , गनर और स्टाफ के लोगों के साथ भी गाली गलौज और अभद्रता की। मोबाइल से फोटो खींचने पर मोबाइल फोन छीन लिया और जम कर उत्पात मचाया। इस घटना का विवरण देते हुए सन्दीप जैन ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर दोषी वकीलों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किये जाने की मांग की है ।
सीतापुर में नो वर्क करके की नारेबाजी वहीं सीतापुर बार एसोसिएशन ने नो वर्क करके दिल्ली पुलिस विरोधी नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। यहां सैकड़ों अधिवक्ताओं ने 7 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा हैं। प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं का कहना हैं कि दिन प्रतिदिन वकीलों की खुलेआम हत्याएं हो रही हैं लेकिन शासन प्रशासन पूरी तरह से इन मसलों पर मौन धारण किये हुए हैं।