बॉलीवुड कलाकारों के लिए ड्रेस डिजाइन करते रहे मनीष त्रिपाठी मूल रूप से अंबेडकरनगर के निवासी हैं, लेकिन ज्यादा समय लखनऊ में ही रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां रहने की वजह से प्रभु राम की नगरी अयोध्या से गहरा लगाव रहा है। पिछले दिनों अवधनगरी गए तो मन में ख्याल आया कि प्रभु राम के लिए खादी के वस्त्र डिजाइन किए जाएं। इसके पीछे सोच यही थी कि खादी एकमात्र एथिकल फैब्रिक है।
खादी को मिलेगा बढ़ावा
एकमात्र एथिकल फैब्रिक खादी के वस्त्र प्रभु को धारण कराने से खादी का प्रचार-प्रसार होगा। चूंकि भगवान से सभी की आस्था जुड़ी है, इसलिए इस तरह से खादी की स्वीकार्यता भी बढ़ेगी, जिससे खादी वस्त्रोद्योग से जुड़ी महिलाओं को भी काम मिलेगा। वह कहते हैं कि देश में हजारों-लाखों मंदिर हैं। यदि अयोध्या की तरह वहां सभी स्थलों पर भी खादी के वस्त्रों का प्रयोग शुरू होगा तो खादी को बढ़ावा मिलेगा।