बायर टू बायर मीट, फेयर और एग्जीबिशन की तैयारी एमएसएमई के अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि, विभाग ने सभी दूतावासों से संपर्क किया है। और उन्हें किस उत्पाद की ज्यादा जरूरत है, इस बारे में उनसे जानकारी ली जा रही है। इसके बाद सीधे निर्यातकों को विदेशों के खरीदारों से जोड़ा जा रहा है। अधिक से अधिक बायर टू बायर मीट, विदेशों में होने वाले फेयर और एग्जीबिशन की भी तैयारी है। इससे विदेशों में उद्यमियों को अवार्ड भी मिलेंगे और निर्यात भी बढ़ेगा।
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UP Top News : आजम खान के गढ़ रामपुर में चौराहे का बदला नाम, मां ने अपनी 2 बेटियों को नदी में फेंका 14 सेक्टरों पर हुई स्टडी एसएमई विभाग ने इलेक्ट्रानिक और इलेक्ट्रानिक उपकरण, मशीनरी और उपकरण, वाहन और वाहनों के उपकरण, जेम्स एंड ज्वेलरी, आर्गेनिक केमिकल्स, लोहे और स्टील के वस्तु, परिधान (साड़ियां भी), फर्नीचर, लेदर और लेदर उत्पाद, स्पोर्ट्स गुड्स, ग्लास एंड ग्लासवेयर, परफ्यूम, सिरामिक, कारपेट्स और हैंडीक्राफ्ट सेक्टर्स की स्टडी कराई। इन क्षेत्रों में निर्यात पर और फोकस किया जाएगा।
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