अमित शाह ने मुझे दिया आश्वासन- दिल्ली में भाजपा कार्यलय में अमित शाह से मुलाकात के बाद ओमप्रकाश राजभर ने कहा अमित शाह से मुझे मिला भरोसा मिला है। उन्होंने मेरी बातों को गंभीरता से सुना है। मैंने आज उन्हें सभी चीजों के बारे में विस्तृत रूप से बताया।उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि वह 10 अप्रैल तक वो राजधानी लखनऊ आएंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत करेंगे। महेंद्रनाथ पांडे समेत कई वरिष्ठ नेता इस बैठक में शामिल होंगे और मामला सुलझाया जाएगा। मैं अमित शाह से हुई मुलाकात से पूर्ण रूप से संतुष्ट हूं।
राजभर के बदले स्वर- मुलाकात से पहले ओमप्रकाश भाजपा के खिलाफ सख्त तेवर अख्तियार किए थे, लेकिन अमित शाह से मुलाकात के बाद उनके स्वर बदल गए। राजभर ने कहा था कि मुलाकात से बात नहीं बनी तो भाजपा से रास्ते अलग हो जाएंगे। समझौता लंबे समय तक चले यह बिल्कुल जरूरी नहीं है। वहीं एक बयान में उन्होंने कहा था कि पार्टी के निर्णयों में उनसे कोई भी सलाह मशवरा नहीं किया जाता। उन्होंने कहा था कि 10 माह से वे इस सरकार में घुट-घुट कर जी रहे हैं। सरकार बार-बार दबा रही है, लेकिन अब बर्दाश्त नहीं हो रहा। अगर जरूरत पड़ेगी तो वे इस्तीफा भी दे दूंगा।
भाजपा की बढ़ सकती थी मुसीबतें-
आपको बता दें कि यूपी में 9वें उम्मीदवार के लिए भाजपा के पास ओमप्रकाश राजभार की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चार विधायकों समेत 28 वोट हैं। वहीं जीतने के लिए 37 वोटों को जरूरत है। ऐसे में पार्टी को अभी भी 9 वोटों की व्यवस्था करनी है। यदि राजभर साथ न देते तो बीजेपी के पास 24 विधायक ही रह जाएंगे, जिससे मायावती के बसपा उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर के लिए जीत आसान हो जाएगी। लेकिन अमित शाह ने बाजी पलट दी है और राजभर को मनाकर विरोधियों के प्लान पर पानी फेर दिया है।
आपको बता दें कि यूपी में 9वें उम्मीदवार के लिए भाजपा के पास ओमप्रकाश राजभार की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चार विधायकों समेत 28 वोट हैं। वहीं जीतने के लिए 37 वोटों को जरूरत है। ऐसे में पार्टी को अभी भी 9 वोटों की व्यवस्था करनी है। यदि राजभर साथ न देते तो बीजेपी के पास 24 विधायक ही रह जाएंगे, जिससे मायावती के बसपा उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर के लिए जीत आसान हो जाएगी। लेकिन अमित शाह ने बाजी पलट दी है और राजभर को मनाकर विरोधियों के प्लान पर पानी फेर दिया है।