इस मौके पर जहूराबाद, गाज़ीपुर से विधायक व सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मीडिया से बातचीत के दौरान उत्तरप्रदेश सरकार के रवैये पर नाराजगी व्यक्त की उन्होंने कहा कि 10 मई को उनकी विधानसभा के गोसलपुर पहदरिया गांव में जब वो एक दरवाजे पर संवेदना प्रकट करने गए थे तो गांव के ही कुछ मनबढ़ युवक लाठी डंडे और हाथोयर लेकर हमलोगों को घेर लिए थे, हमने इसकी शिकायत संबंधित पुलिस अधिकारियों से की थी, एडिशनल एसपी और एडीएम ने मुझसे वायदा किया था कि आप जाए हम आरोपियों पर करवाई करेंगे, लेकिन मेरे जाने के बाद सत्ता पक्ष के दबाव में आरोपियों से मिलकर मेरे साथ 17 लोगों पर एफआईआर लिख दिया गया।
सोशल मीडिया पर अपना वीडियो क्यों वायरल किया पत्रकारों के सवाल पर की जब आपने पुलिस को सूचना दे दी थी तो सोशल मीडिया पर अपना वीडियो क्यो वायरल कर दिया, जिसे पुलिस ने उकसाने वाला बताकर करवाई की है, तो इसपर उग्र होकर ओपी राजभर ने कहा की पुलिस 45 मिनट बाद आई थी, तो मैं क्या करता। उन्होंने कहा कि पुलिस ने हम लोगो के साथ पक्षपात पूर्ण करवाई की है, हमें एडिशनल एसपी और एडीएम ने हमें धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी 24 मई को इसका फैसला लखनऊ में होगा।