पीबीएम अस्पताल में टीएचए, थायराइड, विटामिन डी, सीए125, हारर्मोन, कैरिटीन आदि जांचें बंद है। हालांकि यह जांचें मुख्यमंत्री नि:शुल्क जांच योजना में शामिल नहीं है लेकिन पीबीएम में इन जांचों की दर बाजार से काफी कमी है। पीबीएम अस्पताल में जांचें बंद होने से मरीजों को मजबूरन निजी लैब में करानी पड़ रही हैै।
ठगे जा रहे मरीज थायराइड, सीए 125, हारर्मोन, कैरिटीन जांचें हो नहीं रही। वहीं जो जांचें हो रही है उनमें भी मरीजों को घंटों लाइन में लगने के बावजूद नहीं हो पाती। सर्वाधिक माथापच्ची सोनोग्राफी कराने में होती है। सोनोग्राफी के लिए तारीखें दी जा रही है। ऐसे में लोग परेशान होकर निजी लैबों से करा रहे हैं। निजी लैबों में जांचों की दर सरकारी से डेढ़-दो गुनी है।
ब्रोशर खत्म मशीन का ब्रोशर खत्म है, जिस कारण मशीन से की जाने वाली सभी जांचें बंद है। ब्रोशर उपलब्ध कराने तथा मशीने दुरुस्त कराने संबंधी अस्पताल प्रशासन को तीन-चार पर पत्र लिखा जा चुका है लेकिन अभी तक नहीं मिला है।
आरके व्यास, सीनियर प्रोफेसर, विभागाध्यक्ष शीघ्र दुरुस्त थायराइड जांच की किट मंगवाई गई है। मशीन बंद हो गई है इसकी जानकारी नहीं है। ऐसा है तो मशीन शीघ्र दुरुस्त कराई जाएगी। डॉ. पीके बैरवाल, अधीक्षक, पीबीएम अस्पताल
जांचों में ठगे जा रहे मरीज थायराइड की जांच बंद है। एक्स-रे गली में कराई। जांच के 700 रुपए लिए गए। सरकार की नि:शुल्क व सस्ता इलाज मुहैया कराने के तमाम प्रयासों के बावजूद मरीज जांचों में ठगे जा रहे हैं।
संजय सैनी, मरीज का परिजन