गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों की पहचान विक्की अस्थाना, विनोद कुमार, मोहम्मद फिरोज और अखिलेश कुमार के रूप में की गयी है। इन चारों लोगों ने डिजिटल लेनदेन में फर्जीवाड़ा कर उपभोक्ताओं को मिलने वाले 10% कैशबैक स्कीम में बड़े स्तर पर घोटाला किया है। यूपी एसटीएफ ने इस मामले में जारी की गयी विज्ञाप्ति में कहा कि लखनऊ के महानगर और विकासनगर स्थित वैल्यू प्लस स्टोर में धांधली की जा रही थी। जब इस बात की जानकारी ली गयी, तो चारों की गिरफ्तारी हुई।
इस तरह दिया फर्जीवाड़े को अंजाम एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि वैल्यू प्लस स्टोर और पेटीएम के ग्राहकों को खरीदारी कर पेटीएम से भुगतान करने पर 10% कैशबैक स्कीम ऑफर थी। इसमें 4% पेटीएम और 6% वैल्यू प्लस स्टोर की तरफ से कैशबैक किया जाना था। पेटीएम की तरफ से स्टोर के खाते में अडवांस रकम भी जमा करवाई गयी थी। इसके प्रमोशन के लिए वैल्यू प्लस स्टोर शोरूम में विक्की अस्थाना और मौहम्मद फिरोज को प्रमोटर के तौर पर रखा गया था। इन लोगों ने वैल्यू प्लस स्टोर के विनोद कुमार और अखिलेश कुमार के साथ मिलकर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया।
फेक अकाउंट बनाकर ग्राहकों की आंखों में धूल झोंकी एसटीएफ के मुताबिक विक्की और फिरोज ने फेक अकाउंट के जरिये बनाए गए वॉलेट से लोगों का पेमेंट दिखाया। इससे हुआ ये कि किसी भी खरीदारी पर ग्राहक पेटीएम से पेमेंट करते थे लेकिन कैशबैक इन लोगों के अकाउंट में ट्रांसफर होता था। यही नहीं बल्कि इन चारों ने स्टोर में बिकने वाले सामान को तय कीमत से दोगुनी रकम पर दिखाना शुरू कर दिया और इसी बहाने कैशबैक लेते रहे। इसके साथ ही उन्होंने स्कीम के साथ एक और ऑफर जोड़ा। ये ऑफर था कैश ऑन डिलिवरी का। इन लोगों ने पेटीएम ऐप से खरीदे सामान पर कैश ऑन डिलिवरी का ऑप्शन देकर उस पर भी 10% कैशबैक का लाभ उठाया। उन्होंने इसका कैशबैक भी अपने खाते में लिया।