संविधान की धारा का दिया हवाला
मुख्तार अंसारी की विधानसभा सदस्यता रद करने की याचिका माफिया विरोधी मंच के अध्यक्ष सुधीर सिंह ने डाली है। सुधीर सिंह इसके लिये बाकायदा विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से मिले और उनसे मुख्तार की विधायकी रद करने की मांग की। उनका तर्क है कि मुख्तार संविधान में दी गई व्यवस्था के तहत अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में उनकी सीट को रिक्त घोषित किया जाना चाहिये। याचिका में संविधान की धारा 190 (4) का हवाला देते हुए कहा गया है कि अगर कोई सदस्य 60 दिनों तक विधानसभा की बैठक में शामिल नहीं होता तो उसकी सदस्यता खत्म कर सीट को रिक्त घोषित कर देना चाहिये। इसी को आधार बनाते हुए याचिका डाली गई है।
जनता के साथ न्याय नहहीं कर पा रहे मुख्तार
माफिया विरोधी मंच के अध्यक्ष सुधीर सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष से मुख्तार की सस्यता रद करने की मांग करते हुए दावा किया है कि मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य रुके पड़े हैं। विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी अपने क्षेत्र की जनता के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं। इलाके का विकास रुका हुआ है। चुनाव जीतने के बाद साढ़े तीन साल से मुख्तार विधानसभा से लगातार अनुपस्थित रहे हैं। इससे वहां के विकास कार्यों पर असर पड़ रहा है।
पत्नी ने लिखा राष्ट्रपति को पत्र, परिवार ने कहा जान को खतरा
मुख्तार अंसारी पंजाब की जेल में बंद हैंं। कुछ मामलों में यूपी पुलिस उन्हें पंजाब से लाकर कोर्ट में पेश करना चाहती है, लेकिन बीमारी का हवाला देकर मुख्तार अंसारी यूपी नहीं आए और उनकी सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई। उधर गाजीपुर में परिवार का होटल टूटने के बाद उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी ने योगी सरकार पर राजनीतिक दुराग्रह के तहत कार्रवाई का आरोप लगाया। पत्नी अफशां अंसारी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर योगी सरकार में पति व बेटों समेत परिवार के सदस्यों के साथ अनहोनी की आशंका जतायी। परिवार ने यूपी लाने के नाम पर मुख्तार की हत्या की साजिश का आरोप लगाया है।