बता दें कि लॉकडाउन के कारण शराब की दुकानें बंद हैं। नशे की लत के शिकार लोग इस दौरान अवैध रूप से तैयार की जाने वाली शराब जमकर पी रहे हैं। आजमगढ़ अंबेडकर नगर जिले के बाॅर्डर पर अवैध शराब की खूब बिक्री हो रही थी। इसका खुलासा तब हुआ जब सोमवार को जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत शुरू हो गयी। बुधवार को भी मौत का सिलसिला जारी रहा।
आजमगढ़ जिले के पवई थाना क्षेत्र के मित्तूपुर गांव निवासी पप्पू सोनकर (28) पुत्र सीताराम व रामपुर मित्तूपुर निवासी राम प्यारे (45) की भी बुधवार की सुबह ही मौत हो गई। इसके साथ ही जिले में मृतकों की संख्या 17 से बढ़ कर 19 पर पहुंच गई है। वहीं अंबेडकर नगर में जहरीली शराब पीने से अब तक 05 लोगों की मौत हो चुकी है। दो मौत बदायूं जनपद में हुई है। इस तरह जहरीली शराब से मृतकों की संख्या 26 पहुंच गयी है। जिन घरों में मौत हुई है वहां कोहराम मचा है। जो बीमार है उनकी भी हालत गंभीर है। कई पीड़ितों की आंखों से कम दिखने की समस्या शुरू हो गई है। शराब की अवैध रूप से बिक्री में पवई थाने के एक आरक्षी की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाये जा रहे हैं।
वहीं प्रशासन मौत का कारण शराब मानने के बजाय जांच की बात कर रहा है। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने तो आजमगढ़ में घटना होने से ही इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि घटनास्थल अंबेडकरनगर जनपद में है मामले की जांच जारी है। लगातार हो रही मौतों से दोनों जिलों के बार्डर के गांवों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। वहीं पीड़ितों का आरोप है कि क्षेत्र में लंबे समय से अवैध रूप से शराब का कारोबार चल रहा है। लाकडाउन के दौरान शराब की ब्रिकी खूब बढ़ी है। अवैध कारोबारी मिलावटी शराब मनमाने ढंग से बेच रहे थे, जिसे पीने से लोगों की मौत हुई है। वहीं अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण का कहना है कि मामले की जांच करायी जा रही है। जांच रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।