लखनऊ लोकसभा सीट भाजपा का गढ़ माना जाता है। वर्ष 1991 से लगातार भाजपा का इस सीट पर कब्जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को इस सीट पर न तो राज बब्बर मात दे सके, न मुजफ्फर अली और न ही राजा कर्ण सिंह। अटल बिहारी वाजपेयी ने लखनऊ सीट पर 1991 से 2004 तक लगातार जीत दर्ज की। 2009 में बीजेपी से लालजी टंडन ने चुनाव जीता। इसके बाद 2014 में राजनाथ सिंह ने यहां से जीत हासिल कर कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी को पौने लाख वोटों से मात दी थी। अब रीता भी भाजपा में आ गई हैं और प्रदेश सरकार में मंत्री हैं।
सपा से पूनम सिन्हा मैदान में राजनाथ सिंह लखनऊ सीट से दोबारा चुनावी मैदान में हैं। मंगलवार को उन्होंने यहां से नामांकन दाखिल किया तो वहीं सपा ने शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा के नाम की घोषणा कर दी। बिहारी बाबू शत्रुघ्न की पत्नी हैदराबाद में जन्मीं पूनम सिन्हा सिंधी समुदाय से आती हैं। उनका पूरा नाम पूनम चंदिरामनी है। लखनऊ निर्वाचन क्षेत्र में कायस्थ और सिंधी वोटरों की अच्छी संख्या है, जिसे देखते हुए सपा ने पूनम सिन्हा को यहां से उम्मीदवार बनाया है। सिंधी मतों की संख्या भी डेढ़ लाख के करीब बताई जाती है। उन्होंने अपने शुरुआती दिनों में मॉडलिंग व बॉलीवुड में काम किया था। 1980 में शत्रुघ्न सिन्हा से शादी के बाद उन्होंने रुपहले पर्दे को अलविदा कह दिया। फिल्मों में आने से पहले पूनम मिस यंग इंडिया रह चुकी हैं।
कांग्रेस से हिन्दू धर्मगुरू प्रमोद कृष्णन मैदान में कल्कि पीठ, संभल के पीठाधीश्वर आचार्य कृष्णन छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस के लिए प्रचार कर चुके हैं। वह कांग्रेस के एकमात्र संत स्टार प्रचारक हैं। दिग्विजय सिंह समेत तमाम कांग्रेस नेताओं के गुरु प्रमोद कृष्णन इससे पहले संभल सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। वे 2014 में संभल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन उन्हें जीत हासिल नहीं हुई थी। प्रमोद कृष्णम की मुसलमानों और ब्राह्मणों के बीच काफी अच्छी पकड़ है। कहा जा रहा है कि ऐसे में मुस्लिम और ब्राह्मण मतदाताओं को साधने के लिए कांग्रेस ने उन्हें लखनऊ लोकसभा सीट से उतारा है।
जातीय समीकरण लखनऊ लोकसभा सीट से जातिगत समीकरण को देखें तो यहां से मुस्लिम आबादी 20 फीसदी, अनुसूचित जाति 14.5 फीसदी, ब्राह्मण 8 फीसदी, 10 प्रतिशत वैश्य व सिंधी समुदाय और 28 फीसदी ओबीसी हैं। वहीं अन्य 15 फीसदी मतदाता हैं जिनमें 3 कायस्थ हैं।
2014 के परिणाम पार्टी कैंडीडेट वोट बीजेपी राजनाथ सिंह 5,61,106
कांग्रेस रीता बहुगुणा जोशी 2,88,357
बसपा नकुल दुबे 64,449
सपा अभिषेक मिश्रा 56,771
आप सईयद जावेद अहमद जाफरी 41,429 2009 के परिणाम पार्टी कैंडीडेट वोट
बीजेपी लालजी टंडन 2,04,028
कांग्रेस रीता बहुगुणा जोशी 1,63, 127
बसपा डॉक्टर अखिलेश दास गुप्ता 1,33,610
सपा नफीसा अली सोधी 61,457
ये भी पढ़ें: सुभासपा ने उत्तर प्रदेश की 39 सीटों से उतारे प्रत्याशी, लखनऊ से बब्बन राजभर को दिया टिकट