बिचौलियों की हो रही चांदी प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘वित्त मंत्रीजी ये जान कर अच्छा लगा कि आप खुद प्याज-लहसुन नहीं खाती हैं। लेकिन आप खुद की नहीं देश की वित्तमंत्री हैं। प्याज-लहसुन के दाम आम आदमी को लूट रहे हैं तो आपको हल निकालना होगा। जब किसान ने बंपर प्याज उगाई तो आपने उन्हें 2रु, 8रु किलो दाम दिया।’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘बिचौलिए मालामाल हुए और किसान आत्महत्या के लिए मजबूर। इन खराब नीतियों के चलते की बुवाई का रकबा घट गया। आपने उसके लिए भी कुछ नहीं किया। अब प्याज आंसू रुला रहा है। किसान को कुछ नहीं मिला, आम जन महंगा प्याज खरीदे। बस बिचौलियों की चांदी है। ये आपकी नीति का दिवालियापन है।’
चिकन के बराबर पहुंची कीमत राजधानी लखनऊ में प्याज की कीमत ने 120 रुपये प्रति किलो की छलांग लगाग है। खुदरा बाजार (Retail Market) में प्याज 100 से 120 रुपये प्रति किलो बिकने लगा है। कारोबारियों का कहना है कि एक तरफ प्याज की कमी हुई, तो दूसरी तरफ प्याज के खरीददार कम हो गए हैं। वहीं, दूसरी ओर दाम बढ़ने से कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। कई शहरों में प्याज 160 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है। यह कीमत चिकन की कीमत के बराबर पहुंच गई है। मार्केट में चिकन की कीमत 160 रुपये तक है।
दालों की महंगाई ने भी बरपाया कहर प्याज के साथ ही आटा और दाल (Lentil Price) भी महंगा हो गया है। आटे के 10 किलो के पैक 30-40 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने सोमवार को लोकसभा में जानकारी देते हुए बताया कि 2019 में 22 जरूरी फूड आइटम्स में से 20 के दाम काफी बढ़े हैं। जनवरी से दिसंबर के बीच में प्याज के दाम में करीब चार गुना बढ़ोतरी हुई है। मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, अरहर, उड़द और मूंग
दाल की कीमत में काफी इजाफा हुआ है, जबकि चना दाल की कीमत स्थित बनी हुई है। फूड आइटम्स में डिमांड और सप्लाई का बैलेंस बिगड़ चुका है। इस साल जनवरी में 71.83 रुपये प्रति किलो बिकने वाली दाल दिसंबर में 95.25 रुपये प्रति किलो बिक रही है। कई शहरों में रेट इससे भी ज्यादा है। इसी तरह आटे के रेट में भी इजाफा हुआ है।