संगठन को मजबूत करेगी कांग्रेस उत्तर प्रदेश कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी प्रदेश में संगठन को मजबूत करने और नए नामों को अपने साथ जोड़ने की रणनीति तैयार करने में जुटी है। इसी को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से अलग-अलग बातचीत कर रहे हैं। जिससे उसी के आधार पर पार्टी जल्द एक प्लान के साथ उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट सके। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि पार्टी को सबसे पहले यूपी में अपने संगठन नए सिरे से खड़ा करना पड़ेगा। उसी के बाद जनता के बीच कांग्रेस के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
कांग्रेस का घटा वोटबैंक दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में सीट के साथ वोट प्रतिशत का नुकसान भी झेलना पड़ा है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को दो सीट के साथ साढ़े सात फीसदी वोट मिले थे। लेकिन इस बार उसे सिर्फ 6.3 प्रतिशत वोट ही मिल पाए। हालांकि, साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 6.2 फीसदी वोट मिले थे। विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके लड़ा था। यूपी में लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन से हताश कांग्रेस इस स्थिति से जल्द निकलने का रास्ता तलाश रही है। इसी क्रम में कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता ने हार के कारणों को तलाशने और उसके अनुरूप रोडमैप बनाकर काम करने में लग गए हैं।
बैठक करेंगी प्रियंका गांधी पार्टी की ओवरहालिंग को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी भी एक्शन में हैं। आगामी 12 जून को प्रियंका रायबरेली में लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों और कोआर्डिनेटरों के साथ बैठक करेंगी। जानकारी के मुताबिक इस बैठक में प्रियंका नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ हार के कारणों की समीक्षा के साथ ही प्रदेश में पार्टी के पुनर्गठन पर भी चर्चा करेंगी।