ये भी पढ़ें- कोरोनाः प्रदेश भर के हुक्का बार पर लगा बैन, कोर्ट ने दिया बड़ा आदेश हत्यारे दुर्गेश के जानने वाले- दुर्गेश के साथ रहने वाले एक साथी ने बताया कि बुधवार सुबह करीब आठ बजे एक ऑडी व एक स्कॉर्पियो कार में 7-8 लोग सवार होकर घर आए, जिसमें एक महिला पलक ठाकुर भी शामिल थी, जो गोमती नगर विस्तार में रहती है। उसके साथ मनीष यादव नाम का एक लड़का भी था। बताया जा रहा है मनीष साथ में अन्य लोग दुर्गेश के साथ ही प्रापर्टी डिलींग का काम करता थे। वे सभी लोग सुबह घर में घुसे और दुर्गेश को तलाशने लगे। तभी पता चला कि दुर्गेश बाथरूम में है। इसपर बाथरूम का दरवाजा खटखटा कर दुर्गेश को बाहर निकाला गया। बाहर निकलते ही पहले दुर्गेश को बुरी तरह पीटा गया। सभी लोग घर के बाहर आए, जिसके बाद उसे गोली मार दी गई।
ये भी पढ़ें- यूपी में कानून व्यवस्था फेल, लगातार दूसरे दिन ट्रिपल मर्डर, पति, पत्नी व बेटे की हत्या, मायावती ने सरकार को घेरा मामले पर एसीपी कैंट बीनू सिंह ने बताया कि सुबह दो कार में सवार हो लोग दुर्गेश के घर आए थे। सभी ने अंदर बैठकर काफी देर तक बातचीत की। बाहर जाते समय किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। पुलिस को आशंका है कि रुपए के लेनदेन में ही विवाद हुआ है, जिसके बाद दुर्गेश को गोली मारी गई। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर फरार बदमाशों की तलाश में जुट गई।
दुर्गेश पर भी मामले दर्ज- पुलिस की प्राथमिक जांच में सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 68 लाख रुपये के लेन-देन की बात सामने आई है। वहीं मृतक दुर्गेश यादव गोरखपुर का हिस्ट्रीशीटर था और उसके खिलाफ लूट ,रंगदारी, धोखाधड़ी जैसे लखनऊ व गोरखपुर में आठ से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। दो साल पहले उसके खिलाफ हजरतगंज थाने में नौकरी के नाम पर ठगी का मुकदमा दर्ज हुआ था। वहीं कड़ा गया आरोपी मनीष यादव फर्रुखाबाद के शिकोहाबाद का रहने वाला है।