यूपी के अस्पतालों में अलर्ट जारी, भीषण गर्मी और हीट वेव से ऐसे करें बचाव
Hospital Alert: बढ़ती गर्मी को देखते हुए लखनऊ के सभी सरकारी अस्पतालों में अलर्ट जारी हो गया है, साथ ही निर्देश दिए गए हैकि मरीजों को भीषण गर्मी से बचाव की जानकारी भी दी जाए।
लखनऊ के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में हीट वेब (Heat Wave) को लेकर जागरूकता फैलाई जा रही है। अभी हीट वेव के गंभीर मरीज अस्पताल नहीं आए लेकिन अगर मरीजों की संख्या बढ़ी तो जागरूकता का अभियान और तेज करने की तैयारी है। फिलहाल, अस्पतालों में पर्याप्त दवा और बेड आरक्षित करने की बात कही जा रही है।
बलरामपुर, सिविल और लोकबंधु अस्पताल में हीट वेब से बचाव के लिए बोर्ड लगाए गये हैं। यह बोर्ड ओपीडी से लगाकर इमरजेंसी सहित वार्डों तक लगाए गये हैं ताकी अस्पताल पहुंचने वाले लोग इस बीमारी से बच सकें। आशियाना स्थित लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. अजय शंकर त्रिपाठी का कहना है कि हीट वेव से उपचार की पर्याप्त व्यवस्था की जा चुकी है। कई जगह हीट वेव से बचाव के लिए जागरूकता के पोस्टर लगाये गये हैं। इसी प्रकार डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि अभी हीट वेब के मरीज नहीं आए हैं लेकिन अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो एसी वार्ड में रिजर्व बेड की संख्या मरीजों की संख्या बढ़ने पर बढ़ाई जाएगी।
फिलहाल, लोग स्वयं जागरूकता और बचाव के पालन को अपनाकर इस बीमारी से बच सकते हैं। ठाकुरगंज स्थित टीबी हॉस्पिटल में हीट वेव की तैयारियों को लेकर दावा किया जा रहा है। एक डाक्टर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी के अनुसार कई जगह हीट वेव से बचाव की सूचना चस्पा करायी गयी है, ताकी लोग बचाव करें। अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो इमरजेंसी में अलग से एक हेल्प डेस्क बनायी जाएगी। इसके अलावा कई स्थानों पर वाटर कूलर दुरुस्त कराया गया है।
गर्मी से करें बचाव याद रखे ये सुझाव
हीट वेव,लू के संबंध में प्रचार माध्यमों से जारी की जा रही चेतावनी पर ध्यान दें। हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट कैंप के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द, उबकाई, पसीना आना, मूछी आदि को पहचानें। कमजोरी अथवा मूछी जैसी स्थिति का अनुभव होने पर तत्काल चिकित्सीय सलाह लें। हाइड्रेटेड रहे, अधिक से अधिक पानी पिएं, यदि प्यास न लगी हो तब भी। यात्रा करते समय पीने का पानी अपने साथ अवश्य ले जाएं। ओआरएस, घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी, नीबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें, जिससे शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके। जल की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल और सब्जियों का प्रयोग करें जैसे तरबूजा, खरबूजा, संतरे, अंगूर, अनानास और खीरा-ककड़ी।