राजा भैया ने ट्वीट कर कहा है कि महाराणा प्रताप को मात्र क्षत्रियों का नेता मानना उनका अपमान है, वो विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध लड़े और भारत माँ के सच्चे सपूत थे। ऐसे में एक बार फिर राजा भैया अखिलेश के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं।
बतादें अखिलेश यादव ने महाराणा प्रताप की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में ये कहा था कि महाराणा प्रताप क्षत्रियों के बड़े नेता थे और इस समाज का सम्मान कभी कम नहीं होने दिया जाएगा।
ये भी पढ़ें – पत्रिका की पहल पर रुक गया बेज़ुबानों का एनकाउंटर, लेकिन अब तक 100 मौतों का ज़िम्मेदार कौन ? ये पहली बार नहीं है जब राजा भैया ने समाजवादी पार्टी से अलग कुछ कहा हो। राज्य सभा चुनाव में भी राजा भैया ने अपना सेकंड प्रायोरिटी का वोट भाजपा उम्मीदवार को दिया था। उन्होंने उस दौरान भी कहा था कि वे अखिलेश यादव के समर्थन में हैं लेकिन बसपा के नहीं। राज्यसभा में वोटिंग से ठीक पहले राजा भैया ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात की थी।
ये भी पढ़ें – बुंदेलखंड के कॉरिडोर में अमेरिका का निवेश- ढाई लाख को मिलेगा रोजगार देखना होगा कि राजा भैया के इस बयान पर अखिलेश क्या जवाब देते हैं। हालांकि ये ट्ववीट जिस अकाउंट से किया गया है वो वेरिफाइएड नहीं है। लेकिन उसे करीब 10 हज़ार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।